आरयू वेब टीम। यूपी समेत देश भर को हिलाकर रख देने वाले ढाई साल की मासूम के हत्याकांड में गुरुवार को अलीगढ़ पुलिस ने मुख्य आरोपित जाहिद की पत्नी सबिस्ता व पूर्व में गिरफ्तार किए जा चुके असलम के भाई मेंहदी हसन को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अब इस मामले में चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है।
अलीगढ़ के एसएसपी आकाश कुलहारी ने शनिवार को मीडिया को बताया कि मासूम की हत्या के मुख्य आरोपित जाहिद की पत्नी सबिस्ता, निवासी कानूनगो थाना टप्पल, के अलावा मामले में जेल भेजे जा चुके असलम के भाई मेहंदी हसन, निवासी ऊपरकोट को भी आज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
एसएसपी के अनुसार मामले की जांच में पता चला है कि बच्ची की लाश जिस कपड़े लपेटी गयी थी, वो जाहिदा का था। घटना में जाहिदा की मद्दगार के रूप में भूमिका सामने आयी है। साथ ही पुलिस पीड़ित परिवार से मिली है। उन्होंने मांग की है कि आरोपितों को जमानत नहीं मिलनी चाहिए, उन्हें हर हाल में फांसी होनी चाहिए, इसके लिए पुलिस जल्द से जल्द चार्जशीट कोर्ट में दाखिल करें। इसके अलावा परिवार ने मुकदमा चलने तक सुरक्षा की भी मांग की है। इन सभी बिन्दुओं पर तेजी से काम किया जा रहा है।
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वहीं आज पकड़े गए मेंहदी पर हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप है। बताया जा रहा है कि जिस दिन मासूम बच्ची का शव मिला, उसी दिन लोगों ने मेंहदी की जमकर पिटाई की थी, जिसके बाद वो फरार हो गया था।
दूसरी ओर मामले की जांच के लिए गठित की गयी एसआइटी को आज जांच के दौरान जाहिद के घर पर एक फ्रिज बिल्कुल साफ-सुथरी हालत में मिला है। ऐसे में पुलिस सम्भावना जता रही है कि बच्ची की हत्या के बाद उसके शव को फ्रिज में रखा गया होगा। मौके पर फ्रिज को देख कर लग रहा है कि शव को फेंकने के बाद फ्रिज को साफ किया गया है। पुलिस सभी बिंदुओं को लेकर जाहिद की पत्नी और मेहंदी हसन से पूंछताछ कर रही है।
इसके अलावा टप्पल में बच्ची के परिवार से मिलने डीएम भी पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया। साथ ही बाल आयोग की टीम भी मौके पर पहुंची थी। इस दौरान जिला प्रशासन ने पीड़ित परिवार को एक लाख का चेक दिया। बता दें पीड़ित परिवार को इससे पहले भी दो लाख रुपए का चेक दिया जा चुका है।
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वहीं इस बेहद संगीन मामले में अलीगढ़ पुलिस बीते गुरुवार को ही मुख्य आरोपित जाहिद और असलम को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस की पूछताछ में दोनों आरोपितों ने अपना जुर्म कबूल करते हुए कहा था कि महज दस हजार रुपए को लेकर हुए विवाद के चलते उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया था। यह रकम बच्ची के पिता से उधार ली गई थी और आरोपी उसे वापस नहीं कर पाया था। इस बात को लेकर आरोपी और बच्ची के पिता के बीच कहासुनी हुई और बात यहां तक आ पहुंची। आरोपित का कहना था कि इस दौरान उसे बेइज्जत किया गया था, जिसका बदला लेने के लिए उसने घटना को अंजाम दिया था।
उल्लेखनीय है कि अलीगढ़ के टप्पल थाना क्षेत्र में ढाई वर्षीय बच्ची 30 मई को गायब हो गयी थी। इसके बाद टप्पल पुलिस को मासूम की क्षत-विक्षत लाश दो जून को उसके ही घर से कुछ दूरी पर कूड़े के ढेर के बीच मिली थी। बच्चे के शव के पोस्टमॉर्टम में उसकी काफी निर्ममता से हत्या किए जाने की बात सामने आने पर देशभर में लोगों में रोष फैल गया। लोग सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक अपनी नाराजगी जाहिर कर रहें हैं।
वकीलों ने किया आरोपितों का मुकदमा नहीं लड़ने का ऐलान
मामले को लेकर इतना गुस्सा है कि वकीलों ने आरोपितों का मुकदमा लड़ने से ही इंकार कर दिया है। अलीगढ़ बार एसोसिएशन महासचिव अनूप कौशिक ने कहा है कि हम ढाई साल की बच्ची के परिवार के साथ खड़े हैं, जिसकी टप्पल में निर्मम हत्या कर दी गई। आरोपी के लिए कोई वकील अदालत में पेश नहीं होगा। बाहर से वकील को मुकदमा लड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी। हम बच्ची के लिए लड़ेंगे।