ट्रंप की पाक को फटकार, आतंकवादियों को शरण देना जारी रखा तो पड़ेगा बहुत कुछ खोना

अमेरिका
फाइल फोटो।

आरयू वेब टीम।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर पाकिस्तान पर बरसे उन्‍होंने पाक को फटकारते हुए कहा कि पाकिस्तान आतंकियों के लिए सुरक्षित पनाहगार बन गया है। हांलाकि पाकिस्तान के लोग खुद आतंकवाद की समस्या से पीड़ित हैं लेकिन वह आतंकवादियों को पनाह दे रहे हैं। यदि पाक ने आतंकवादी संगठनों को मदद मुहैया कराना जारी रखा तो उसे इसके परिणाम भुगतने होंगे।

ट्रंप ने आगे कहा कि आगे की सैन्य गतिविधियों के लिए हमारी योजनाओं या बलों की संख्या के बारे में बात नहीं करेंगे। उन्‍होंने आतंकवादी समूहों को समर्थन देना जारी रखने के लिए पाकिस्तान की आड़े हाथ लिया और उसे चेतावनी दी कि यदि पाक ऐसा करना जारी रखता है तो उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।

यह भी पढ़ें- शपथ के साथ अमेरिका में शुरू हुआ ट्रंप युग

हम आतंकवादी संगठनों तालिबान और क्षेत्र एवं इससे आगे भी खतरा पैदा करने वाले अन्य समूहों को पाकिस्तान द्वारा मुहैया कराई जा रही पनाहगाहों को लेकर अब खामोश नहीं रह सकते। ट्रंप ने पाक को चेताया कि यदि पाकिस्तान को अफगानिस्तान में हमारे प्रयास में साझीदार बनने से बहुत कुछ हासिल होगा और आतंकवादियों को शरण देना जारी रखने पर उसे बहुत कुछ खोना होगा।

अमेरिका के राष्ट्रपति ने भारत से अपील की कि वह अफगानिस्तान में शांति एवं स्थिरता लाने के लिए, विशेषकर आर्थिक क्षेत्र में और योगदान दे। उन्होंने कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश भारत अमेरिका का अहम सुरक्षा एवं आर्थिक साझीदार है। ट्रंप ने देश को संबोधित करते हुए दक्षिण एशिया संबंधी अपनी नीति के बारे में कहा कि इसका अहम हिस्सा भारत के साथ अमेरिका की रणनीतिक साझीदारी को और विकसित करना है।

यह भी पढ़ें- सात मुस्लिम देशों को डोनाल्‍ड ट्रंप की नो एंट्री

उन्‍होंने आगे कहा कि अफगानिस्तान में हमारी नई रणनीति का अहम हिस्सा समय पर आधारित दृष्टिकोण को बदलकर परिस्थितियों पर आधारित नजरिया अपनाना है। मैंने यह कई बार पहले भी बताया है कि हम जिन ता‍रीखों पर सैन्य अभियान शुरू या खत्‍म करना चाहते हैं, उनकी घोषणा पहले से ही करना अमेरिका के लिए कितना गैर लाभकारी है। उन्‍होंने अपने प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों और सभी पांचों सेवाओं के 2000 से अधिक लोगों के सामने दक्षिण एशिया संबंधी अपनी नीति की घोषणा की।

यह भी पढ़ें- आतंकवाद से मिलकर लड़ेंगे भारत-इजराइल, सात बड़े समझौते भी हुए