पुस्तक मेले का उद्घाटन कर बोले महेंद्र पाण्‍डेय, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल युग में भी अनमोल हैं किताबें

पुस्तक मेले
राष्ट्रीय पुस्तक मेले का उद्घाटन करते महेंद्र पाण्डेय। (फोटो-आरयू)

आरयू ब्‍यूरो,

लखनऊ। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय ने आज मोती महल लॉन में 16वें राष्ट्रीय पुस्तक मेले का उद्घाटन किया। इस अवसर पर डॉ. पाण्डेय ने कहा कि पुस्तक मेला एक बहुत ही अच्छा आयोजन है।

पुस्‍तकों के महत्‍व पर प्रकाश डालते हुए प्रदेश अध्‍यक्ष ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल युग में भी किताबें अनमोल हैं। पढ़ने से विषय का बोध होता है, आप कही भी इसका उदाहरण दे सकते हैं। पढ़ना ही स्थाई भाव है। वो जब केंद्र सरकार में मानव संसाधन राज्यमंत्री थे तो उनके विभाग में नेशनल बुक ट्रस्ट भारत सरकार का एक उपक्रम था। वो उस पर काफी रूचि लेकर के पाठ्य पुस्तकों के आयोजनों को बढ़ावा देते थे। मनुष्य को रोटी, कपड़ा, मकान तो आवश्यक है ही लेकिन चित और मन को आनंद पुस्तकें ही दे सकती है।

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साथ ही महेंद्र पाण्‍डेय बोले कि पुस्तकों ने शास्त्रों का विमोचन और विभाजन किया है, अपने-अपने ढ़ंग से काव्य शास्त्रों का वर्णन किया जाता है। काव्य शास्त्र के तीन भाग होते है। जिसमें सबसे महत्वपूर्ण पाठ्य काव्य होता है, जिसमें मानस की चैपाई, तुलसी दास की रामायण, श्रीमद भागवत, कम्बन की रामायण, कबीर के दोहे आदि, मनुष्यों को ज्ञान के साथ-साथ मन और चित को आनंद देते है। उसी का एक भाग है आजकल की पुस्तकें। आज के युग में टीवी चैनलों का, फिल्मों का भी महत्व है, लेकिन पुस्तकों से हमें स्थाई ज्ञान प्राप्त होता है, पढ़ने से विषय का बोध होता है।

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कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष सुधीर हलवासिया, प्रदेश मीडिया सह प्रभारी आलोक अवस्थी, सह संपर्क प्रमुख सुधाकर सिंह कुशवाहा, आयोजन समिति के मुरलीधर आहुजा, रामजी दास, टीपी हवेलिया, राकेश जैन, जयनारायण शुक्ला, मनोज सिंह चंदेल, आस्था ढल समेत अन्‍य लोग मौजूद रहें। कार्यक्रम का संचालन विन्दु जैन ने किया।