आरयू वेब टीम।
नोटबंदी के बाद अब देश के कई राज्यों में कैश की कमी से आम लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं सरकार ने इस समस्या को स्वीकार करते हुए जल्द ही आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया है। इस संबंध में केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि देश में पर्याप्त मात्रा में मुद्रा प्रचलन में है बैंकों के पास भी उपलब्ध है।
कुछ क्षेत्रों में ‘अचानक मांग में असामान्य वृद्धि’ की वजह से अस्थायी कमी आई है। इसे जल्दी निपटाने की कोशिश की जा रही है। साथ ही विभाग ने दावा किया है कि एटीएम में नकदी की आपूर्ति के साथ जल्द से जल्द नहीं चलने वाले एटीएम को सामान्य करने के लिए सरकार सभी कदम उठा रही है।
पर्याप्त नकद है मौजूद
केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि कैश की किल्लत दो-तीन दिन में दूर हो जाएगी और देश में नकदी की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा, “अभी हमारे पास रुपये 1,25,000 करोड़ की नकद मुद्रा है। समस्या यह है कि कुछ राज्यों में कम मुद्रा है और कुछ के पास ज्यादा है। सरकार ने राज्यवार समिति बनाई है और आरबीआई ने एक राज्य से दूसरे राज्य में मुद्रा हस्तांतरण के लिए एक समिति का गठन किया है।
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इन राज्यों में है ज्यादा समस्या
देश के कई राज्यों में अचानक कैश का सूखा पड़ गया है। बिहार, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और उत्तराखंड के कई शहरों में एटीएम खाली होने की बातें सामने आ रही हैं। सप्ताह भर से परेशान लोग एटीएम के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन लोगों को पैसे मिल नहीं पा रहे हैं। इन जगहों के हालत लगभग नोटबंदी जैसे नजर आ रहे हैं।
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