प्रा‍थमिक विद्यालय में पढ़ा रहे फर्जी शिक्षक को STF ने किया गिरफ्तार, एक लाख देकर पायी थी नौकरी, ऐसा खुला मामला

फर्जी शिक्षक
पकड़ा गया आरोपित सुनील कुमार।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। सरकारी स्‍कूलों में नकली डिग्री व प्रमाण पत्र के आधार पर पढ़ाने वाले फर्जी शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई में जुटी लखनऊ एसटीएफ की टीम ने सीतापुर से एक फर्जी शिक्षक को गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया सुनील कुमार उर्फ देवेश यादव सीतापुर जिले के एक प्राथमिक विद्यालय में फर्जी तरीके से उर्दू पढ़ा रहा था। शिकायत मिलने के बाद एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार कर सीतापुर पुलिस के हवाले कर दिया है।

शनिवार को लखनऊ एसटीएफ की टीम ने मीडिया को बताया कि कुछ दिन पहले उसे जनपद सीतापुर के कैमहरा खैराबाद स्थित प्राथमिक विद्यालय में सुनील कुमार नामक सहायक अध्यापक के फर्जी शैक्षिक दस्तावेजों के आधार पर चयनित होने की शिकायत मिली थी। जिसके बारे में आइजी एसटीएफ अमिताभ यश व एसएसपी एसटीएफ  विशाल विक्रम सिंह ने एएसपी सत्यसेन यादव व उनकी टीम को कार्रवाई के निर्देश दिए थे।

टीम ने गोपनीय तरीके से सीतापुर के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के माध्‍यम से सुनील की शैक्षिक दस्तावेजों की कॉपी लेकर उसका सत्यापन जामिया उर्दू अलीगढ़ से कराया तो पता चला कि वहां ऐसा कोई शैक्षिक अंकपत्र जारी ही नहीं किया गया है। शिकायत सही मिलने पर प्राथमिक विद्यालय में नियुक्‍त फर्जी उर्दू अध्यापक सुनील कुमार उर्फ देवेश यादव को सीतापुर से गिरफ्तार किया गया। एसटीएफ के अनुसार सुनील मूल रूप से हरदोई जिले के नवीनपुर क्षेत्र का रहने वाला है। वह वर्तमान में लखनऊ के डालीगंज में रह रहा था।

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वहीं सुनील ने पूछताछ में एसटीएफ को बताया कि उसकी पत्‍नी के बुआ के हरदोई निवासी लड़के तेज प्रताप उर्फ पवन व राजू ने कुछ साल पहले एलटी ग्रेड शिक्षक में शिक्षक की नियुक्ति कराने की बात कही थी, लेकिन बीएड नहीं होने के चलते उसने मना कर दिया था। बाद में दोनों ने कहा कि एक लाख रूपये देने पर उर्दू शिक्षक के पद पर भर्ती करा देंगे, जिस पर वह तैयार हो गया और किसी तरह एक लाख रूपये की व्यवस्था कर तेज प्रताप को दिया था।

जिसके बाद तेज प्रताप ने मुझसे 50 फोटो लेने के साथ ही फर्जी दस्तावेज के रूप में निवास प्रमाण-पत्र आदि व जामिया उर्दू अलीगढ़ से फर्जी अंक पत्र व प्रमाण-पत्र तैयार करवाकर उर्दू शिक्षक के पद पर साल 2016 में भर्ती करवाया था, तब से मैं खैराबाद स्थित प्राथमिक विद्यालय में नौकरी कर रहा था।

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मामले के संबंध में एसटीएफ ने सीतापुर कोतवाली नगर में भदवि की धारा 409, 419, 420, 467, 468 व 471 के तहत मुकदमा दर्ज कराने के साथ ही सुनील कुमार यादव को पुलिस को सौंप दिया। जहां पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही। वहीं एसटीएफ की टीम इस मामले में शामिल तेज प्रताप व राजू की तलाश में जुट गयी है। अनुमान है कि दोनों के पकड़े जाने पर अन्‍य लोगों के भी इस गैंग में शामिल होने की बात सामने आएगी।

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