बेटियों पर FIR पर नाराज हुए मुनव्‍वर राना, पूछा शहर में धारा 144 लागू तो गृह मंत्री की जनसभा कैसे

मुनव्वर राना
फाइल फोटो।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में राजधानी लखनऊ स्थित घंटाघर में हो रहे प्रदर्शन में उर्दू के मशहूर शायर मुनव्वर राना की बेटियों समेत 159 के खिलाफ भी एफआइआर दर्ज हुई है। वहीं बेटियों के खिलाफ एफआइआर पर मुनव्वर राना ने मीडिया के सामने आकर सरकार के प्रति नाराजगी जतायी है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों पर पुलिस का रवैया बेहद गलत है।

मुनव्वर राना ने कहा, ‘एक तरफ तो सरकार तीन तलाक के मामले में कहती है कि ये हमारी बेटियां हैं। दूसरी ओर जब वे अपना हक मांग रही हैं, प्रदर्शन कर रही हैं तो कभी उन्हें कंबल नहीं दिया जाता, खाना छीन लिया जाता है।  मुन्नवर राना ने सवाल उठाते हुए कहा कि लखनऊ में सीएए का विरोध पहले से चल रहा है और इसे रोकने के लिए शहर में धारा 144 लगाई गई है। उन्होंने कहा कि जब शहर में धारा 144 लगी है तो गृहमंत्री अमित शाह यहां सभा कैसे संबोधित कर रहे हैं। मुन्नवर राना ने कहा कि यहां की सरकार कहती है उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश है, यहां सब ठीक है। अगर यहां सब ठीक है तो धारा 144 क्यों लगाया गया।

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वहीं इस दौरान मुनव्वर राना ने सीएए के समर्थन में गृह मंत्री के दिए गए बयान का जिक्र करते हुए कहा कि, “लखनऊ की तहजीब के शहर में गृहमंत्री कहते हैं कि कानून वापस नहीं लेंगे, जो करना हो कर लो। ऐसी भाषा को गुजरात से कहां सीख कर आए, यह नहीं समझ में आ रहा।” अपनी शायराना अंदाज में मुनव्वर राणा ने सरकार और बीजेपी को जवाब दिया। वहीं प्रख्यात शायर मुनव्वर राना ने कहा है पुलिस का काम मुकदमा दर्ज करना है, वह करें।

मुनव्वर राना ने आगे कहा, ‘मैं सरकार को चेतावनी देते हुए अपना एक शेर फिर से कहता हूं कि एक आंसू भी हुकूमत के लिए खतरा है, तुमने देखा नहीं आंखों का समंदर होना।’ मुनव्वर राना साफ तौर पर कहते हैं कि अभी दो फीसदी औरतें ही सड़क पर उतरी हैं, जब 50% औरतें उतरेंगी तो सरकार डूब जाएगी।

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बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में हुसैनाबाद स्थित घंटाघर पर महिलाओं का प्रदर्शन पांचवें दिन भी जारी है। डीसीपी पश्चिमी विकास चंद्र त्रिपाठी ने शहर में धारा 144 लागू होने के बावजूद महिलाओं के प्रदर्शन को असंवैधानिक करार देते हुए बताया कि अब तक तीन एफआइआर दर्ज की गई हैं, जिसमें 24 नामजद और कई अज्ञात शामिल हैं। इनमें मुनव्वर राना की बेटियां सुमय्या राना, फौजिया राना भी शामिल हैं। मामले में अब कुल 159 लोगों पर एफआइआर हो चुकी है।