आरयू वेब टीम।
भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर बन रहे करतारपुर कॉरीडोर को लेकर जहां एक तरफ पंजाब में सिख संगत में जश्न का माहौल है तो दूसरी तरफ इस पर राजनीति तेज हो गई है। करतारपुर साहिब कॉरिडोर की सोमवार को नींव रखी जानी है, इससे पहले ही पंजाब सरकार में मंत्री एसएस रंधावा ने शिलापट पर अपने, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और पंजाब के अन्य मंत्रियों के नाम के आगे काला टेप लगा दिया है।
इस संबंध में उन्होंन कहा कि ‘इस पत्थर पर प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल के नाम होने के विरोध में मैंने ऐसा किया है। उनके नाम यहां क्यों हैं? वे कार्यकारिणी के हिस्सा नहीं हैं, न ही यह भाजपा-अकाली पार्टी का इवेंट है। साथ ही रंधावा ने हरसिमरत कौर के उस बयान पर भी निशाना साधते हुए कहा कि हरसिमरत ने नवजोत सिंह सिद्धू को ‘कौम का गद्दार’ कहा था।
रंधावा ने कहा, ‘सिद्धू को कौम का गद्दार कहने वालीं हरसिमरत कौर बादल अब खुद पाकिस्तान जा रही है, अब वो क्या मुंह लेकर वहां जाएंगी। उन्होंने यह भी कहा कि जब अकाली दल सत्ता में थी, तो करतारपुर कॉरिडोर को लिए कोई कदम नहीं उठाया, लेकिन अब वो पाकिस्तान जा रही हैं।
Punjab Minister SS Randhawa puts black tape on his,CM&other Punjab ministers' names on foundation stone.Says 'I did this in protest against Parkash&Sukhbir Badal's names on stone. Why is their name here? They are not part of executive, its not BJP-Akali event' #KartarpurCorridor pic.twitter.com/SoLhVIPWxI
— ANI (@ANI) November 26, 2018
यहां बताते चलें कि करतारपुर कॉरिडोर का आज शिलान्यास होना है। इसके लिए पाकिस्तान की तरफ से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह, नवजोत सिंह सिद्धू को न्योता भेजा गया था, लेकिन सिद्धू को छोड़कर इन दोनों नेताओं ने इम आमंत्रण को ठुकरा दिया था। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू डेरा बाबा नानक-करतारपुर साहिब सड़क गलियारे की आधारशिला रखेंगे। यह सड़क गुरदासपुर जिले के मान गांव से पाकिस्तान से लगने वाली अंतरराष्ट्रीय सीमा तक जाएगी। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह इस मौके पर उपस्थित रहेंगे।