आरयू वेब टीम। मोदी सरकार के सात साल पूरे होने पर केंद्र व भाजपा के उपलब्धियां गिनाने को लेकर रविवार को कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। साथ ही कांग्रेस ने मोदी सरकार को देश के लिए हानिकारक बताते हुए कहा कि सरकार ने सात साल में अनगिनत घाव दिए हैं, जो अब नासूर बन गए हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि सात सालों से बेरोजगारी अपरंपार है, कमर तोड़ महंगाई है, अर्थव्यवस्था का बंटाधार हो गया इसीलिए मोदी सरकार देश के लिए हानिकारक है।
कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने रविवार को प्रेसवार्ता में कहा कि सात सालों में हमने क्या खोया और क्या पाया? हमने खोई- लोकतंत्र की गरिमाएं, संवैधानिक संस्थाएं, शासन की मर्यादाएं, प्रधानमंत्री की संवेदनाएं और दर्द बांटने व वचन निभाने की मान्यताएं। हमने खोई इंसानियत और मानवता, आत्मनिर्भरता, वैश्विक मान। सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जनता का विश्वास और सम्मान खो दिया है, लेकिन आज भी वो कहते हैं केवल मैं ही महान।
कांग्रेस नेता ने हमला जारी रखते हुए कहा कि 2014 में जब मोदी सरकार सत्ता में आई, तो उसे विरासत में औसतन 8.1 प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि दर मिली पर कोरोना महामारी से पहले ही मोदी सरकार के वित्तीय कुप्रबंधन के चलते जीडीपी की दर साल 2019-20 में गिरकर 4.2 प्रतिशत रह गई. 73 साल में पहली बार देश आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है। साल 2020-21 की पहली तिमाही में जीडीपी की दर गिरकर माइनस 24.1 प्रतिशत (-24.1 प्रतिशत) हो गई। हाल में ही 2020-21 की दूसरी तिमाही में यह माइनस 7.5 प्रतिशत (-7.5 प्रतिशत) है। अनुमानों में मुताबिक, साल 2020-21 में जीडीपी दर माइनस आठ प्रतिशत (-8 प्रतिशत) रहेगी।
देश में बढ़ी बेरोजगारी
मोदी सरकार हर वर्ष दो करोड़ रोजगार देने का वादा कर सत्ता में आई। सात साल में 14 करोड़ रोजगार देना तो दूर, देश में पिछले 45 वर्षों में सबसे अधिक चौतरफा बेरोजगारी है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग ऑफ इंडियन इकॉनॉमी (सीएमआइई) के ताजे आंकड़ों के मुताबिक, देश में बेरोजगारी की दर डबल डिजिट का आंकड़ा पार कर 11.3 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है। आंकड़ों के मुताबिक, केवल कोरोना काल में ही 12.20 करोड़ लोगों ने अपना रोटी-रोजगार खो दिया।
किसानों पर सत्ता का प्रहार
आजाद भारत के इतिहास की पहली सरकार है जो न सिर्फ़ किसानों से उनकी आजीविका छीन कर पूंजीपति दोस्तों का घर भरना चाहती है अपितु अन्नदाता भाइयों की प्रतिष्ठा भी धूमिल कर रही है। कभी उन पर लाठी डंडे बरसाती है ,कभी उन्हें आतंकी बताती है, कभी राहों में कील और कांटे बिछाती है। 2014 में आते ही पहले अध्यादेश के माध्यम से किसानों की भूमि के ‘उचित मुआवजा कानून 2013′ को बदल कर किसानों की जमीन हड़पने की कोशिश की।
सीमाओं की सुरक्षा करने में पूरी तरह फेल
सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार देश की संप्रभुता और सीमाओं की रक्षा करने में पूरी तरह से फेल साबित हुई है। चीन को लाल आंख दिखाना तो दूर,भाजपा सरकार चीन को लद्दाख में हमारी सीमा के अंदर किए गए अतिक्रमण से वापस नहीं धकेल पाई। चीन ने आज भी डेपसांग प्लेंस में भारतीय सीमा के अंदर एलएसी के पार वाई-जंक्शन तक कब्जा कर रखा है, जिससे भारत की सामरिक हवाई पट्टी, दौलतबेग ओल्डी एयर स्ट्रिप को सीधे खतरा है पर मोदी सरकार चुप है। साफ है कि देश सात सालों की मोदी सरकार की नाकामयाबी को भुगत रहा है। इसीलिए, मोदी सरकार देश के लिए हानिकारक है।
चेतावनी के बाद भी निर्यात किया ऑक्सीजन
कांग्रेस नेता ने कहा कि कोरोना महामारी के कुप्रबंधन के चलते देश में लाखों लोगों ने सिसक-सिसक कर दम तोड़ दिया, हालांकि, मौत का सरकारी आंकड़ा 3,22,512 है, पर सच्चाई इससे कई गुना अधिक भयावह है। कोरोना महामारी ने गांव, कस्बों और शहरों में लाखों लोगों के प्रियजनों को छीन लिया पर मोदी सरकार देश के प्रति जिम्मेवारी से पीछा छुड़ा भाग खड़ी हुई। पूरे देश में ऑक्सीजन का गंभीर संकट है। देश की संसदीय समिति ने नवंबर, 2020 में इसकी चेतावनी दी। कांग्रेस व सारे एक्सपर्ट्स ने इसकी चेतावनी दी, पर मोदी सरकार जनवरी, 2021 तक 9000 टन ऑक्सीजन का निर्यात करती रही। देश के लोग रेमडिजिविर के इंजेक्शन के लिए तिल-तिल कर मरते रहे, पर मोदी सरकार ने 11 लाख से अधिक रेमडिज़िविर इंजेक्शन का निर्यात कर डाला।