ओपी राजभर के बेटे अरविंद की गाड़ी पर भीड़ का हमला, आग लगाने की हुई कोशिश, बाल-बाल बचे, पुलिस की भूमिका पर उठे सवाल

अरविंद राजभर
फाइल फोटो।

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के बेटे और सुभासपा महासचिव अरविंद राजभर की जान बाल-बाल बची है। यूपी के कुशीनगर में उन पर हमला करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि भीड़ ने उनकी गाड़ी को घेर लिया था और गाड़ी में आग लगाने की कोशिश की गई। अरविंद राजभर ने पुलिस पर भी इस दौरान कुछ न करने के आरोप लगाए हैं।

जानकारी के मुताबिक, अरविंद राजभर पडरौना कोतवाली की ग्रामसभा चिरहियावा के एक हत्याकांड में मृतक के घर शोक संवेदना व्यक्त करने पहुंचे हुए थे। उसके ठीक बाद ही ये घटना हुई। हत्या से नाराज लोगों ने उनकी गाड़ी को घेर लिया और उसमें आग लगाने की कोशिश की। इस हमले के बाद अरविंद राजभर ने एक वीडियो संदेश जारी कर पुलिस व्यवस्था पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि बार-बार सूचित करने के बाद भी पुलिस ने सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए थे। जिस वजह से ये घटना हुई।

डीजीपी से की शिकायत

उन्होंने बताया कि पीड़ित परिवार से मिलने के बाद वह वापस लौट रहे थे, तभी ग्राम प्रधान राजेंद्र यादव की अगुवाई में दो करीब तीन सौ लोगों की भीड़ ने उनकी गाड़ी को घेर लिया। इससे पहले की वो कुछ समझ पाते भीड़ ने ईंट-पत्थर और लाठी डंडों से उनकी गड़ी पर हमला कर दिया। उन्होंने बताया कि इस घटना में उनकी जान बाल-बाल बची। जबकि, उनकी गाड़ी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।

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वीडियो में अरविंद राजभर कहते हुए दिख रहे हैं कि कड़ी मशक्कत के बाद वे वहां से बाहर निकलने में कामयाब रहे। फिलहाल, वे पूर्व विधायक रामानंद बौद्ध के घर जा रहे हैं। जहां से वे इसकी शिकायत करेंगे। वहीं, सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने राज्य के डीजीपी विजय कुमार से बात कर इस घटना की शिकायत की है।

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