राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की अपील, टीबी व कुपोषित बच्चों को गोद लेकर करें समुचित देखभाल

टीबी व कुपोषित बच्चे

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। बच्चे हमारे देश के भविष्य हैं। इन्हें कुपोषण एवं क्षय रोग से मुक्त कराना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी बनती है। इन बच्‍चों को संभ्रान्त लोगों, स्वयंसेवी संस्थाओं, अधिकारियों को अभियान चलाकर बच्चों को गोद ले व उनकी समुचित देखभाल करें ताकि देश को 2025 तक कुपोषण मुक्त किया जा सके।

उक्‍त बातें बुधवार का यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मोहनलालगंज के शेरपुर आंगनवाड़ी केंद्रों पर खेल और पोषण सामग्री वितरित कर कही। साथ ही राज्‍यपाल ने जन सामान्य से भी अपील की कि वे भी अपने राष्ट्र धर्म का पालने करें। यदि कहीं पर भी कुपोषित एवं क्षय रोग से ग्रसित बच्चों को देखे तो तत्काल सूचना दें। ताकि उन्हे गोद लेकर उनकी समुचित देखभाल हो सके।

राज्यपाल ने कहा कि आज का यह कार्यक्रम संस्कार, शिक्षा एवं आरोग्य के लिए समर्पित है। सरकार के द्वारा भी, जो गोद भराई के कार्यक्रम कराये जाते हैं उनका एकमात्र यही उद्देश्य होता कि किसी भी दशा में कुपोषित बच्चा पैदा न हो। इस दौरान आनंदीबेन पटेल ने जनसमुदाय से अपील की कि गर्भवती महिलाओं के पोषण हेतु जो सरकारी 5,000 की  सहायता मिलती है उसका उपयोग पोषण के लिए ही करें। इसके साथ ही गभार्वास्था के समय से ही अच्छी शिक्षा एवं संस्कार दें।

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साथ ही उदाहरण देते हुए राज्‍यपाल ने कहा कि महाभारत के चक्रव्यूह तोड़ने के प्रसंग का जिक्र करते हुए बताया कि अभिमन्यु ने गर्भ में ही चक्रव्यूह तोड़ने की शिक्षा सीख ली थी, इसलिए यदि हम बच्चों को संस्कारवान बनाना चाहते हैं तो हमें बचपन से बच्चों को कच्चे घड़े की तरह आकार देना होगा।

वहीं राज्यपाल ने आंगनवाड़ी केंद्रों का मैपिंग करने का निर्देश दिया ताकि उनमें सभी प्रकार की सूचनाएं दर्ज हो जाए। राज्यपाल ने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थाओं में, तो सभी स्तर की सुविधाएं होती हैं, लेकिन निचले स्तर पर ऐसा नहीं है। हमें यह खाई पाटनी होगी और हमें अपने आंगनवाड़ी केंद्रों को रूचिकर एवं बच्चों के लिए सुविधा संपन्न बनाना होगा।

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