आरयू ब्यूरो, लखनऊ। हाल ही में कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता की जिम्मेदारी संभालने वाली सुप्रिया श्रीनेत गुरुवार को राजधानी लखनऊ पहुंचीं थीं। यहां कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय पर आयोजित एक प्रेसवार्ता में सुप्रिया ने चिन्मयानंद मामले को लेकर योगी सरकार के साथ ही केंद्र की मोदी सरकार को भी निशाने पर लेते हुए सवाल उठाएं हैं।
मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अराजकता दिनों-दिन नई मिसाल बना रही, इसके बाद भी योगी सरकार भाजपा के पूर्व सांसद एवं पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री कृष्णपाल सिंह उर्फ चिन्मयानंद को बचाने में लगी है। छात्रा द्वारा रेप का आरोप लगाने के बाद भी चिन्मयानंद के खिलाफ पहले तो बलात्कार की धारा 376 के तहत मुकदमा यूपी पुलिस द्वारा दर्ज नहीं किया गया, जबकि बाद में तथाकथित मौखिक बयान के आधार पर वसूली के आरोप में पीड़िता को ही जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया। इतना ही नहीं आरोपित चिन्मयानंद को कथित बीमारी के नाम पर अब एसजीपीजीआइ के एसी कमरे में आराम कराया जा रहा है। सुप्रिया श्रीनेत ने हमला जारी रखते हुए कहा कि सच्चाई ये है कि मामले के केंद्र बिंदु को रेप से हटाकर जबरन वसूली वाले मामले को बनाया जा रहा।
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कांग्रेस प्रवक्ता ने सवाल उठाते हुए आगे कहा कि सवाल यह उठता है रेप पीड़िता द्वारा न्याय की गुहार लगाने और 40 से अधिक वीडियो एसआइटी को सौंपने के बाद भी रेप की धाराओं में मुकदमा क्यों नहीं दर्ज किया गया। साथ ही सवाल यह भी अहम है कि जब तक चिन्मयानंद पर रेप का आरोप लगने से पहले वसूली का मामला क्यों नहीं उठा।
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भाजपा पर सवाल खड़ा करते हुए सुप्रिया ने कहा कि 25 सितंबर को ही बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता ने कहा है कि चिन्मयानंद हमारी पार्टी के सदस्य नहीं है, इस पर भी भाजपा को जवाब देना चाहिए की उसने चिन्मयानंद को अपनी पार्टी में नहीं मानने के लिए इतना ज्यादा समय क्यों लगाया। सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि मोदी और योगी सरकार अपनी जवाबदेही से नहीं बच सकते कि किस तरह बलात्कार पीड़िता जेल में बंद है और आरोपित चिन्मयानंद एसी कमरे में इलाज के नाम पर आराम कर रहा है।
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उन्होंने मांग करते हुए आगे कहा कांग्रेस मांग करती है कि कृष्णपाल सिंह उर्फ चिन्मयानंद की मेडिकल बुलेटिन एसजीपीजीआइ द्वारा जारी की जाए जिससे पता चल सके कि उन्हें क्या बीमारी है और क्या इलाज चल रहा है?
राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि आज बेटियों के साथ हो रहे अन्याय और जघन्य अपराधों पर सीएम योगी आदित्यनाथ और भाजपा चुप क्यों हैं? एक तरफ चिन्मयानंद को संत समाज निष्कासित कर रहा है वहीं भाजपा तकनीकी अपनाकर बचना चाह रही है।
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प्रगाढ़ हैं आसाराम और चिन्मयानंद के संबंध
पत्रकारों के सामने कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता ने ये भी दावा किया दुष्कर्म के मामले में जेल में बंद आसाराम और चिन्मयानंद के संबंध बहुत पुराने और प्रगाढ़ हैं। आसाराम पर आरोप लगने के समय चिन्मयानंद के ही स्कूल में आशाराम पर आरोप लगाने वाली पीड़िता को नाबालिग से बालिग साबित करने के लिए स्कूली दस्तावेज तैयार किये गये, लेकिन न्यायालय को धन्यवाद दूंगी कि इनके कुत्सित मंसूबे कामयाब नहीं हुए और नाबालिग से दुष्कर्म के आरोप में आशाराम को सजा हुई।
मिलनी चाहिए दुगुनी सजा
साथ ही उन्होंने कहा कि सांसद और केंद्र सरकार में गृह राज्यमंत्री जैसे पद पर रहे चिन्मयानंद कानून अच्छी तरह से जानते और समझते हैं, साथ ही चिन्मयानंद ने संत का भी आवरण ओढ़ रखा है, जबकि संत न सिर्फ समाज को दिशा देते हैं, बल्कि उसके अभिभावक भी होते हैं ऐसे में इन्हें दुगुनी सजा मिलनी चाहिए। प्रेसवार्ता में कांग्रेस विधानमंडल दल की उपनेता आराधना मिश्रा ‘मोना’ भी मौजूद रहीं।