सरदार पटेल की जयंती पर बोले PM मोदी, पुलवामा को नहीं भूल सकता देश

सरदार पटेल
कार्यक्रम को संबोधित करते प्रधानमंत्री।

आरयू वेब टीम। देश के पहले गृह मंत्री और लौह पुरुष सरदार वल्‍लभभाई पटेल की शनिवार को 145वीं जयंती है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके साथ ही पीएम मोदी सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर राष्ट्रीय एकता दिवस’ परेड की सलामी ली। इस दौरान प्रधानमंत्री ने पुलवामा हमले पर सवला खड़े करने वाले विपक्ष पर जमकर हमला बोला। प्रधानमंनत्री ने कहा कि आज जब मैं अर्धसैनिक बलों की परेड देख रहा था, तो मन में एक और तस्वीर थी। ये तस्वीर थी पुलवामा हमले की। देश कभी भूल नहीं सकता कि जब अपने वीर बेटों के जाने से पूरा देश दुखी था, तब कुछ लोग उस दुख में शामिल नहीं थे, वो हमले में अपना राजनीतिक स्वार्थ देख रहे थे।

देश भूल नहीं सकता कि तब कैसी-कैसी बातें कहीं गईं, कैसे-कैसे बयान दिए गए। देश भूल नहीं सकता कि जब देश पर इतना बड़ा घाव लगा था, तब स्वार्थ और अहंकार से भरी भद्दी राजनीति कितने चरम पर थी। उस समय उन वीरों की तरफ देखते हुए मैं विवादों से दूर रहकर सारे आरोपों को झेलता रहा, भद्दी भद्दी बातों को सुनता रहा। मेरे दिल पर वीर शहीदों का गहरा घाव था। मोदी ने कहा कि पिछले दिनों पड़ोसी देश से जो खबरें आईं हैं, जिस प्रकार वहां की संसद में सत्य स्वीकारा गया, उसने इन लोगों के असली चेहरों को देश के सामने ला दिया है। राजनीतिक स्वार्थ के लिए, ये लोग किस हद तक जा सकते हैं, पुलवामा हमले के बाद की गई राजनीति, इसका उदाहरण है।

यह भी पढ़ें- PM मोदी का ऐलान, कोरोना वैक्‍सीन तैयार होते ही देश के हर नागरिक का किया जाएगा टीकाकरण

मैं ऐसे राजनीतिक दलों से आग्रह करूंगा कि, देश की सुरक्षा के हित में, हमारे सुरक्षाबलों के मनोबल के लिए, कृपा करके ऐसी राजनीति न करें। अपने स्वार्थ के लिए, जाने-अनजाने आप देशविरोधी ताकतों की हाथों में खेलकर, न आप देश का हित कर पाएंगे और न ही अपने दल का। हमें ये हमेशा याद रखना है कि हम सभी के लिए सर्वोच्च हित- देशहित है। आज अवसर है इस विराट और भव्य व्यक्तित्व के चरणों मे हम उसी भारत के निर्माण का संकल्प दोहराएं, जिसका सपना सरदार पटेल ने देखा था।

पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत की भूमि पर नजर गड़ाने वालों को मुंहतोड़ जवाब देने की ताकत हमारे वीर जवानों में है। आज भारत सीमाओं पर सैकड़ों किलोमीटर लंबी सड़कें बना रहा है, दर्जनों ब्रिज, अनेक सुरंगें बना रहा है। अपनी संप्रभुता और सम्मान की रक्षा के लिए आज का भारत पूरी तरह तैयार है।

यह भी पढ़ें- मैसूर यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में बोले PM मोदी, युवा जीवन के दो अहम पड़ाव माने जाते हैं शिक्षा-दीक्षा