बलिया: SDM-CO के सामने भाजपा नेता ने कर दी युवक की गोली मारकर हत्‍या, CM ने दोनों अफसरों समेत पुलिसकर्मियों को किया निलंबित

एसडीएम सीओ के सामने हत्या
घटना के दौरान गांव में रहा अफरा-तफरी का माहौल।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ/बलिया। कानून-व्‍यवस्‍था को लेकर एक ओर विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर है तो वहीं भाजपा के कुछ दबंग नेता ही सरकार की फजीहत कराने वाले काम कर रहें हैं। आज इसी क्रम में  बलिया के रेवती थाना क्षेत्र स्थित दुर्जनपुर गांव में आयोजित एक बैठक के दौरान भाजपा के एक क्षेत्रिय नेता ने विवाद बढ़ने पर युवक की गोली मारकर हत्‍या कर दी।

खास बात यह भी रही कि दिनदहाड़े जब यह सनसनीखेज हत्‍या की गयी तो एसडीए व सीओ के अलावा अन्‍य अधिकारी व पुलिसकर्मी मौजूद थे। वहीं इस घटना को बेहद गंभीर मानते हुए सीएम योगी ने कड़ा कदम उठाया है। उन्‍होंने एसडीएम व सीओ के अलावा मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों को निलंबित करने का निर्देश दिया है। जिसके बाद सभी को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही आरोपित भाजपा नेता के अलावा घटना में शामिल सभी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। रेवती पुलिस भाजपा नेता व अन्‍य आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए उनकी तलाश कर रही है।

बताया जा रहा है कि बलिया के ग्राम सभा दुर्जनपुर और हनुमानगंज की कोटे की दो दुकानों के आवंटन के लिए गुरुवार को पंचायत भवन पर बैठक बुलाई गई। इसमें एसडीएम बैरिया सुरेश पाल, सीओ बैरिया चंद्रकेश सिंह, बीडीओ बैरिया गजेन्द्र प्रताप सिंह के साथ ही रेवती थाने की पुलिस फोर्स मौजूद थी।

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दुकानों के लिए चार स्वयं सहायता समूहों ने आवेदन किया। इसमें भी वहां दुर्जनपुर की दुकान के लिए आम सहमति नहीं बन सकी। ऐसे में दो समूहों मां सायर जगदंबा स्वयं सहायता समूह और शिव शक्ति स्वयं सहायता समूह के बीच मतदान कराने का निर्णय लिया गया।

वहां मौजूद एसडीएम सुरेश कुमार पाल व सीओ चंद्रकेश सिंह ने कहा कि वोटिंग वही व्यक्ति कर सकता है, जिसके पास आधारकार्ड अथवा अन्य पहचान पत्र होगा। इसमें एक पक्ष के लोग आधार कार्ड लेकर आए थे, लेकिन दूसरे पक्ष के लोग कोई पहचान पत्र लेकर नहीं आए थे। इसी को लेकर हंगामा शुरु हो गया।

हालात बिगड़ते देख एसडीएम के निर्देश पर बीडीओ बैरिया गजेंद्र प्रताप सिंह ने बैठक की कार्रवाई स्थगित कर दी। इसके बाद सभी अधिकारी जाने लगे तो लोग पुलिस-प्रशासन के विरोध में नारेबाजी करने लगे। देखते ही देखते गाली गलौज, मारपीट और ईंट पत्थर एक-दूसरे पर चलने लगे। विवाद के दौरान चले ईंट पत्थर में चार महिलाएं समेत आधा दर्जन लोग घायल हो गए।

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इस दौरान भाजपा के क्षेत्रिय नेता धीरेंद्र सिंह व अन्‍य ने फायरिंग शुरू कर दी। इसमें दूसरे पक्ष के जयप्रकाश पाल को चार गोलियां लगीं और वह जमीन पर गिरकर छटपटाने लगे। उन्हें तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा पहुंचाया गया, जहां उनकी मौत हो गयी। इस सनसनीखेज हत्‍या व बवाल के बाद तनाव को देखते हुए गांव में बड़ी संख्‍या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गयी है।