अय्याशी में बाधक बनने पर होटल में गोली मारकर हुई थी रिसेप्शनिस्ट की हत्‍या, तौलिए से खुला राज, दो युवतियों सहित छह गिरफ्तार

अय्याशी में बाधक
हत्या के लिए उकसाने के आरोप में पकड़ी गयी युवतियां।

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। सूबे की राजधानी लखनऊ की पॉश कॉलोनी गोमतीनगर स्थित एक होटल में शुक्रवार की देर रात रिसेप्शनिस्ट की गोली मारकर हुई हत्‍या का पुलिस ने 12 घंटें में ही सनसनीखेज खुलासा कर दिया है। 20 वर्षीय रिसेप्शनिस्ट की हत्‍या अय्याशी में बाधक बनने पर की गयी थी। हत्‍या का इतनी जल्‍दी खुलासा एक तौलिए के चलते हो सका है। पुलिस ने इस मामले में दिल्‍ली निवासी दो युवतियों के साथ ही चार युवकों को भी गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस ने इस पूरी घटना का खुलासा करते हुए बताया कि मूल रूप से प्रतापगढ़ के जेठवारा निवासी कृष्‍णा प्रताप सिंह (20) विभूति खण्‍ड थाना क्षेत्र के विशेष खण्‍ड स्थित सारा ग्रांड होटल में रिसेप्शनिस्ट के पद पर नौकरी कर रहा था। उसी होटल के एक कमरे में पुरानी दिल्‍ली निवासी गुरमित कौर ठहरी हुई थी।

अय्याशी में बाधक
धीरज नारंग। ( हत्या का आरोपित)

होटल से करीब सौ मीटर की दूरी पर स्थित एक अन्‍य होटल शुभम स्‍टे इन में गुर‍मित का उत्‍तरखण्‍ड के उद्यमसिंह नगर निवासी संपर्की धीरज नारंग दिल्‍ली की दूसरी युवती रूबि के साथ ठहरा था। धीरज के साथ अमेठी निवासी अभय सिंह और गोण्‍डा का रहने वाला उसका दोस्‍त हरि ओम भी था।

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शुक्रवार की रात करीब साढ़े दस बजे गुरमीत से मिलने धीरज नारंग सारा ग्रैंड होटल पहुंचा था, लेकिन मामला संदिग्‍ध देख कृष्‍णा ने उसे गुरमित के कमरे में नहीं जाने दिया। जिसको लेकर दोनों के बीच झगड़ा भी हुआ था।

युवतियों के दुत्‍कारने पर कर दी हत्‍या

इस मामले में पकड़ी गयी गुरमित और रूबि ने पुलिस को बताया कि वो दोनों एक वेबसाइट के जरिए धीरज नारंग से संपर्क में आयीं थी। रात में गु‍रमित से नहीं मिलने के बाद धीरज वापस रूबि के पास लौट आया तो कमरे में उसका इंतजार कर रही गुरमित ने उसे मोबाइल फोन के जरिए काफी दुत्‍कारा था। इसके साथ ही रूबि ने भी इस बात के लिए धीरज का मजाक उड़ाया था। दोनों युवतियों के दुत्‍कारने व हत्‍या के लिए उकसाए जाने के बाद धीरज अभय और हरिओम को साथ लेकर रात करीब ढाई बजे कृष्‍णा के पास उसकी हत्‍या करने पहुंचा। इस बार मामूली विवाद होने पर ही अभय ने कृष्‍णा की गोली मारकर हत्‍या कर दी और मौके से सभी भाग निकले।

अय्याशी में बाधक
कृष्णा सिंह। (फाइल फोटो)

दूसरी ओर हत्‍या की जानकारी लगते ही पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया। रात करीब तीन बजे विभूति खण्‍ड पुलिस के साथ ही एसएसपी कलानिधि नैथानी, एसपी नार्थ अनूप कुमार सिंह समेत पुलिस विभाग के अन्‍य अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की।

ऐसे खुला हत्‍या का राज

पुलिस ने घटनास्‍थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरे को चेक किया तो अभय चेहरे पर तौलिया बांधे दिख गया। भागते समय उसका तौलिया होटल से कुछ ही दूरी छूट गया था। पुलिस ने तैलिया कब्‍जे में लेकर पड़ताल की तो पता चला कि तौलिया घटनास्‍थल से सौ मीटर की दूरी पर स्थित होटल शुभम स्‍टे इन का है। पुलिस वहां पहुंची और रूबि को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पूरा मामला सामने आ गया। जिसके बाद पुलिस ने गुरमित और धीरज को भी गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने दोनों युवतियों को जेल भेजने के साथ ही धीरज को हिरासत में लेकर फरार अभय और हरिओम का पता ही लगा रही थी कि इसी बीच उसे सूचना मिली कि अभय और हरिओम टेरा गांव क्रासिंग के पास से होते हुए बाराबंकी भागने वाले है। जिसपर शनिवार रात करीब 11 बजे पुलिस ने घेराबंदी कर टेरा क्रासिंग के पास से अभय व हरिओम के अलावा उनके भागने में सहयोग करने वाले सूर्य प्रकाश सिंह ऊर्फ राधे को भी धर दबोचा।

अय्याशी के लिए जुटे थे युवक व युवतियां

पुलिस की छानबीन में ये भी बात सामने आ गयी कि अलग-अलग शहरों व प्रदेश से लखनऊ में जुटे युवक व युवतियां का मकसद महज अय्याशी था। एक जगह कमरा नहीं मिलने के चलते गुरमित दूसरे होटल में रूकी थी।

मां की तहरीर पर पांचों के खिलाफ मुकदमा दर्ज

दूसरी ओर कृष्‍णा की हत्‍या से परिजनों में कोहराम मचा था। घटना की जानकारी पाकर प्रतापगढ़ से रोते-कलपते पहुंची मां ने घटना में शामिल तीनों युवकों के अलावा गुरमित और रूबि के खिलाफ भी तहरीर देकर विभूति खण्‍ड थाने में मुकदमा दर्ज कराया।

तीन साल पहले पिता की भी हो चुकी है हत्‍या

कृष्‍णा के परिजनों ने मीडिया को बताया कि कृष्‍णा ही घर का इकलौता कमाने वाला था। उसके घर में मां के अलावा छोटा भाई व एक बहन भी है। जबकि तीन साल पहले कृष्‍णा के पिता दिनेश प्रताप सिंह की नाका क्षेत्र में हत्‍या कर दी गयी थी। दिनेश वहीं स्थित एक होटल में मैनेजर के पद पर कार्यरत थे। उनकी हत्‍या का लखनऊ पुलिस आज तक खुलासा नहीं कर सकी है।

ये सामान हुए बरामद-

एक पिस्‍टल, चार कारतूस, चार मोबाइल फोन व वोलेनो कार।

गिरफ्तारी में इनकी रही अहम भूमिका-

एसपी उत्‍तरी, सीओ गोमतीनगर व सीओ हजरतगंज की टीम।

एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि कृष्‍णा की हत्‍या का खुलासा करने वाली टीम को 25 हजार रुपए नकद इनाम दिया जाएगा।

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