UP में चार अप्रैल तक बंद रहेंगे कक्षा आठ तक के सरकारी व प्राइवेट स्‍कूल, कोविड-19 से गयी दस लोगों की जान, कोरोना के बढ़ते खतरे को देख सरकार ने लिया फैसला

सरकारी व प्राइवेट स्‍कूल
करीब साल भर बाद स्कूल के खुलने पर इस तरह चल रहीं थी कक्षा। (फाइल फोटो)

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। उत्‍तर प्रदेश में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए सोमवार को योगी सरकार ने कक्षा एक से आठ तक के सभी सरकारी, प्राइवेट व अर्द्धसरकारी स्‍कूल चार अप्रैल तक बंद रहेंगे। पहले यह स्‍कूल 31 मार्च तक के लिए बंद किए गए थे, हालांकि मौके  की नजाकत को भांपते हुए सरकार ने आज इनकी अवधि बढ़ा दी है। इसके अलावा अन्‍य शैक्षिक संस्थानों में कोविड-19 के प्रोटोकॉल का सख्‍ती से पालन करते हुए उन्‍हें खोला जाएगा, जबकि कक्षा आठ तक के स्‍कूल अब अगले सोमवार को खुलेंगे।

उल्‍लेखनीय है कि होली पर्व मनाकर गोरखपुर से लौटे मुख्यमंत्री ने शासन के वरिष्‍ठ अफसरों के साथ ही अपने सरकारी आवास पर बैठक कर मंगलवार को हालात की समीक्षा कर इस फैसले पर मुहर लगाई, हालांकि, माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा के संस्थान खुले रहेंगे पर लोगों को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।

मुख्य सचिव आरके तिवारी ने मीडिया को बताया कि कुछ जिलों में संक्रमण के अधिक मामलों को देखते हुए निर्णय लिया गया है कि कक्षा आठ तक के सभी स्कूल अगले रविवार यानी चार अप्रैल तक बंद रहेंगे।

वहीं, अन्य शिक्षण संस्थानों में शिक्षक, स्टाफ और विद्यार्थियों को शारीरिक दूरी, मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना होगा। इसके अलावा सभी वार्ड और ब्लॉक में निगरानी समितियों की सक्रियता बढ़ाई जा रही है। त्योहार पर दूसरे राज्यों से आने वालों की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग जांच आदि गंभीरता से कराने के लिए कहा गया है।

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इसके अलावा मंगलवार को अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन की ओर से हुई ऑनलाइन बैठक में पांच अप्रैल से क्लास शुरू करने का निर्णय लिया गया। एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने बताया कि एसोसिएशन की ओर से कोविड प्रोटोकॉल का ध्यान रखते हुए मांटेसरी से लेकर कक्षा 12 तक के स्कूल खोलने को लेकर तैयारी पूरी है।

मगर इस सप्ताह अवकाश अधिक होने के कारण अधिकांश स्कूल संचालक सोमवार से स्कूल खोलने के पक्ष में हैं। अनिल के अनुसार अगर इस दरम्यान इस संबंध में सरकार की ओर से कोई निर्देश जारी होते हैं तो एसोसिएशन द्वारा उसी अनुसार निर्णय लिया जाएगा।

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वहीं, मंगलवार को 918 नए कोरोना संक्रमितों की यूपी में पुष्टि हुई है,  जबकि बीते 24 घंटे में दस लोगों की कोरोना के चलते मौत भी हुई है।  11 जनवरी के बाद यह पहला मौका है जब एक दिन में मौतों का आंकड़ा दहाई में पहुंचा। इस आंकड़े ने भी लोगों की चिंता बढ़ा दी है।

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वहीं संक्रमण की दर मंगलवार को 1.42 फीसदी पहुंच गई। 10 दिन पहले 0.32 फीसदी था। मंगलवार को हुई मौतों में चार लखनऊ में, दो कानपुर नगर में और मेरठ, मुजफ्फरनगर, उन्नाव व औरैया में एक-एक की मौत हुई।

लखनऊ में ही मिलें सबसे अधिक 446 नए संक्रमित

बीते 24 घंटों में जहां लखनऊ सबसे अधिक चार लोगों की कोरोना ने जान ली है। वहीं इतने ही घंटों में सूबे की राजधानी में सर्वाधिक 446 मरीज संक्रमित मिले।

वहीं गाजियाबाद में 39, प्रयागराज में 36, कानपुर नगर में 35, वाराणसी में 28, गोरखपुर में 23 मरीज मिले। इसके अलावा 11 जिले ऐसे रहे, जहां एक भी मरीज नहीं मिला। 27 जिलों में 10 से कम संक्रमित मिले।

टीका लगवाने के लिए निजी कर्मियों को भी अवकाश

दूसरी ओर सरकार की ओर से टीकाकरण के लिए जो लक्ष्य है, उसमें कमी नजर आ रही है। अब टीकाकरण की गति बढ़ाने के लिए सरकार ने नया तरीका निकाला है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि टीकाकरण कराने वाले सरकारी कर्मी को अवकाश अनुमन्य किया जाए। इसी तरह निजी क्षेत्र के कर्मियों के लिए भी टीका लगवाने के लिए अवकाश की व्यवस्था करें।