आरयू संवाददाता, इटावा। डेडीकेटेड फ्रेट कारिडोर (डीएफसी) पर सोमवार को टूंडला से कानपुर जा रही मालगाड़ी वैदपुरा थानाक्षेत्र के गांव जैतिया के सामने ट्रैक धसकने से पलट गई। 100 किमी की रफ्तार में जा रही मालगाड़ी के वैगन एक-दूसरे पर चढ़ गए। करीब 24 गिट्टी लदे वैगन 25 फीट नीचे गिरे। मलबे में दबकर ट्रैक किनारे मौजूद एक बच्चे की मौत हो गई, जबकि दो बच्चे व एक महिला घायल हो गई।
इस हादसे में कुल 58 में से 46 वैगन क्षतिग्रस्त हुए हैं। ग्रामीणों के मुताबिक, मालगाड़ी करीब 100 किमी की स्पीड से जा रही थी, अचानक ट्रैक के धसकने से तेज आवाज के साथ गिट्टी लदे वैगन पलटने लगे। इंजन सहित चार वैगन घटनास्थल से करीब दो किमी आगे जाकर रुके, चार वैगन और गार्ड का ब्रेकयान ट्रैक पर ही रहा। कई वैगन ट्रैक पर ही एक-दूसरे पर चढ़ गए, जबकि अन्य ओएचई विद्युत पोल तोड़ते हुए ट्रैक से करीब 25 फीट नीचे जा गिरे।
इस दौरान बकरियां चरा रहे जैतिया निवासी 12 वर्षीय सचिन की मौत हो गई है। 12 वर्षीय अनुराग, नौ वर्षीय गौरव, 50 वर्षीय सुमन देवी घायल हो गईं। करीब एक दर्जन बकरियों की भी मौत हो गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस व राहत बचाव की टीम ने सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है।
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जैतिया के पास डेडीकेटेड फ्रेट कारिडोर पर सोमवार को हुए हादसे की जानकारी बच्चों ने दी। बताया कि वह लोग ट्रैक किनारे बैठे थे, तभी मालगाड़ी गुजरी। धमाके की आवाज के साथ करीब 25 फीट ऊंचे रेलवे ट्रैक से वैगन नीचे गिरने लगे। गिट्टी बाहर फैलने से धूल का गुबार देख वह लोग भागे। घायल अनुराग ने बताया कि अचानक वैगन नीचे गिरने लगे तो वह लोग खुद को संभाल नहीं सके। गिट्टी का मलबा उनपर गिरा। खेत पर चर रहीं बकरियां भाग निकलीं। कुछ दब गईं। घायल सुमन ने बताया कि उसके भी चेहरे व हाथ पर गिट्टी लगी।