आरयू ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को टीम-9 के साथ समीक्षा बैठक में अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। सीएम ने अधिकारियों से कहा कि कई राज्यों में कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं। ऐसे में यूपी में सावधानी बरतना जरूरी है। साथ ही ये सुनिश्चित करें कि लोग अनावश्यक सड़कों पर न घूमें और कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन कराना जरूरी है। थोड़ी सी लापरवाही संक्रमण को बढ़ाने का कारक बन सकती है।
बैठक में उत्तर प्रदेश में कोरोना की नियंत्रित स्थिति को देखते हुए बाजारों व दुकानों के रात 11 बजे तक खुलने की अनुमति दी गई है। वहीं, रात्रिकालीन कर्फ्यू रात्रि 11 बजे से प्रातः छह बजे तक प्रभावी रहेगा। इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं। सीएम ने कहा कि कोविड से बचाव के लिए प्रदेश में टीकाकरण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप टीकाकरण के लिए अर्ह लोगों में से 45 फीसदी प्रदेशवासियों ने टीके की पहली खुराक प्राप्त कर ली है। विगत दिवस प्रदेश ने दो नए रिकॉर्ड बनाये।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि सतत प्रयासों से कोरोना की दूसरी लहर पर बने प्रभावी नियंत्रण के बीच जनजीवन तेजी से सामान्य हो रहा है। आज प्रदेश के 28 जनपदों (अलीगढ़, अमरोहा, बागपत, बलिया, बलरामपुर, बांदा, बस्ती, बहराइच, भदोही, बिजनौर, चित्रकूट, देवरिया, फतेहपुर, गाजीपुर, गोंडा, हमीरपुर, हापुड़, हरदोई, हाथरस, कौशाम्बी, ललितपुर, महोबा, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, रामपुर, शामली, सीतापुर, सोनभद्र) में कोविड का एक भी मरीज शेष नहीं है। यह जनपद आज कोविड संक्रमण से मुक्त हैं। औसतन हर दिन ढाई लाख से अधिक टेस्ट हो रहें हैं, जबकि पॉजिटिविटी दर 0.01 से भी कम हो गया है और रिकवरी दर 98.7 फीसदी है।
इसके अलावा योगी ने ने कहा कि फिरोजाबाद, मथुरा, आगरा के साथ-साथ सभी जिलों में डेगूं व अन्य वायरल बीमारियों की रोकथाम के लिए सभी आवश्यक इंतजाम किए जाएं। सर्विलांस को और बेहतर किए जाने की जरूरत है। मेडिसिन किट वितरण प्रारम्भ कर दिया जाए। शिकोहाबाद में 100 बेड का अस्पताल तैयार हो गया है। यह आसपास के लोगों के लिए उपयोगी होगा। अस्पतालों में अतिरिक्त बेड, चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ, दवाइयां, जांच उपकरण आदि की व्यवस्था की गई है। आवश्यकतानुसार इसमें और बढ़ोतरी की जाए। संक्रमण प्रसार को न्यूनतम रखने के दृष्टिगत अस्पतालों के ओपीडी व आईपीडी में अनावश्यक लोगों को प्रवेश न दें। मरीज के परिजनों को समय-समय पर सेहत की अपडेट दी जाए। सीएम हेल्पलाइन द्वारा भी मरीजों/परिजनों से संपर्क किया जाए।