विधानसभा में बोले योगी, मैं हिंदू हूं, ईद नहीं मनाता

हिंदू

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। आज अपने पुराने फॉम में नजर आ रहे मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने विरोधियों पर जमकर हमला बोलने के साथ ही कहा कि हिंदू होने पर गर्व की अनुभूति होना कोई बुरी बात नहीं है। योगी ने कहा कि भाजपा जो अंदर है, वहीं बाहर है और वह ‘पाखंड’ नहीं कर सकती।

विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के जवाब में योगी ने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि मुझसे एक पत्रकार ने पूछा था कि आपने दीपोत्सव अयोध्या में मनाया, होली मथुरा में मनायी… ईद कहां मनाएंगे। मैंने कहा कि मैं हिंदू हूं अपनी संस्कृति और परंपरा के अनुरूप ईद नहीं मनाता।

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वहीं एकता की बात करने के साथ ही विरोधी दलों को निशाने पर लेते हुए सीएम ने कहा कि तोड़क नीति से काम नहीं चलेगा। हम देश को तोड़ने वालों को तोंड़कर रख देंगे। आक्रामक तेवर अपनाते योगी बोले कि अवसरवादी बनकर घर में बैठकर जनेऊ लगाएंगे और बाहर जाएंगे तो टोपी लगाएंगे। ये कौन सा पाखंड है। ये पाखंड भाजपा नहीं कर सकती। जो अंदर है वहीं बाहर है। हिंदू होने पर गर्व की अनुभूति होना कोई बुरी बात नहीं है। हमें भारत की परंपरा और विरासत पर गौरव की अनुभूति है। तीर्थाटन के साथ-साथ पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी हमने इसका उपयोग किया है।

सीएम ने आगे कहा कि हमारे पास धार्मिक पर्यटन की प्रचुर संभावनाएं हैं। काशी हमारे पास है। अयोध्या पर कौन गौरव की अनुभूति नहीं कर सकता। सपा-बसपा की सरकारें अयोध्या को बिजली नहीं देती थी। काशी में काम नहीं करने देती थी। मथुरा में विकास योजनाओं को अवरूद्ध कर दिया था। अयोध्या में रामलला की परंपरा, चित्रकूट में कीर्तन की परंपरा बंद करा दी थी।

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कासगंज हिंसा पर भी विरोधियों को निशाने पर लेते हुए योगी ने कहा कि तिरंगे की आन, बान, शान के लिए देश का नागरिक अपने आपको समर्पित करता है, लेकिन कासगंज में एक निर्दोष चंदन गुप्ता की निर्मम हत्या हुई इसलिए सरकार ऐसे तत्वों से सख्ती से निपटेगी। किसी ऐसे शख्स को बख्शेंगे नहीं, जो तिरंगा यात्रा पर जबरन रोक लगाने का काम करेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार नया पाठयक्रम देने जा रही है। इसमें संत रविदास, वाल्मीकि, अंबेडकर, सुहेलदेव, झलकारी बाई, स्वाधीनता के लिए लडने वालों को समाहित किया जायेगा। उन्होंने कहा हमने स्कूल-कॉलेजों की छुट्टियां समाप्त कर महापुरूषों को पाठयक्रम का हिस्सा बनाया है ताकि विद्यार्थी उनके व्यक्तित्व और कृतित्व से प्रेरणा पा सकें।

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