आरयू वेब टीम। राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन पर सरकार द्वारा बुलाई गई बैठक में हिस्सा लेना है या नहीं, इस पर फैसला लेने के लिए विपक्षी दलों के नेताओं ने सोमवार को बैठक की। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी द्वारा बुलाई गई बैठक पर कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि केवल चार पार्टियों को बुलाकर यदि विपक्ष के सभी नेताओं को नहीं बुलाएंगे तो क्या संदेश जाएगा ? ये विपक्षी दलों की एकजुटता को तोड़ने की साजिश है।
साथ ही कहा कि हमने पत्र लिख दिया है कि सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए। वहीं शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा है कि हम सरकार द्वारा बुलाई गई बैठक में शामिल नहीं होंगे। हम राज्यसभा में 12 विपक्षी सांसदों के निलंबन को रद्द करने और गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के इस्तीफे की मांग करेंगे। हम संसद के दोनों सदनों को चलने नहीं देंगे।
दूसरी ओर इधर संसद के बाहर केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा है कि निलंबित सांसदों का मुद्दा है, इसलिए हम निलंबित पार्टियों के नेताओं के साथ बात करके हल निकालने का प्रयास कर रहे थे। आप संविधान दिवस का बायकॉट करते हैं, लोग आपको बायकॉट ही कर रहे हैं अब तो समझ लो, बायकॉट करने की ये क्या नई परंपरा है।
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इस बीच आज चल रहे शीतकालीन सत्र के लिए विभिन्न मुद्दों और सरकार की रणनीति पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी और पीयूष गोयल सहित वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बैठक की।