आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल ने संक्रमित पोलियो ड्राप को लेकर शुक्रवार को भाजपा सरकार पर हमला बोलने के साथ ही कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं। रालोद के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मसूद अहमद ने कहा कि देश के नौनिहालों के साथ स्वास्थ्य विभाग की इतनी बड़ी लापरवाही आजाद हिन्दुस्तान के इतिहास में नहीं मिलती है, कि संक्रमित पोलियो ड्राप पिलाकर नौनिहालों का भावी जीवन खतरे में डाल दिया गया हो। केन्द्रीय प्रतिरक्षण अधिकारी के अनुसार यूपी, महाराष्ट्र और तेलंगाना में इस संक्रमित वैक्सीन का खतरा अधिक है।
प्रदेश अध्यक्ष ने मोदी-योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकारों ने केवल हिन्दु-मुस्लिम, मन्दिर-मस्जिद, शमशान-कब्रिस्तान जैसी विचार धाराओं को फैलाने में अपना समय बिताया है। स्वास्थ्य और शिक्षा देश के ऐसे महत्वपूर्ण विभाग हैं जिसपर देश का भविष्य टिका हुआ है।
उन्होंने हमला जारी रखते हुए कहा कि यूपी सरकार अब इतने बडे खुलासे के बाद जांच कराने की बात कह रही है, जबकि देश के प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को क्रमश: देश के स्वास्थ्य मंत्री जेपी नडडा और यूपी के स्वास्थ्य मंत्री सिद्वार्थनाथ सिंह को तत्काल बर्खास्त करके जांच करानी चाहिए, क्योंकि ये लोग अपने पदों पर रहते हुये निष्पक्ष जांच को प्रभावित करेंगे।
रालोद प्रदेश अध्यक्ष इतने पर ही नहीं रुके उन्होंने कहा कि केन्द्र और प्रदेश की भाजपा सरकारों के क्रिया कलाप के परिणामस्वरूप गाजियाबाद की बायोमेड कंपनी से बनी संक्रमित पोलियों वैक्सीन की ड्रॉप दस राज्यों के बच्चों को पिला दी गयी। उन्होंने आगे कहा कि संक्रमित वैक्सीन में पी-2 वायरस की पुष्टि हुई और इस वायरस से वाराणसी मिर्जापुर, गाजीपुर, मऊ, इलाहाबाद, जौनपुर सहित अनेको जिलों के बच्चे प्रभावी पाए गए।
यह भी पढ़ें- सिर्फ बड़े औधोगिक घराने और पूंजीपतियों के पक्ष में मोदी सरकार की आर्थिक नीतियां: रालोद
साथ ही कहा कि आंध्रप्रदेश, हरियाणा, तेलंगाना और महाराष्ट्र सहित सभी राज्यों को तत्काल गाजियाबाद की बायोमेड कंपनी की बनी पोलियो वैक्सीन पर रोक लगाकर अपने यहां के स्वास्थ्य अधिकारियों को सचेत करना चाहिए और वरिष्ठ चिकित्साधिकारियों से इस संक्रमित वैक्सीन के दुष्परिणाम रोकने के उपाय लागू कराना चाहिए, ताकि देश के करोड़ों नौनिहालों का जीवन सुरक्षित हो सके।