आरयू वेब टीम। किसान दिवस के दिन भी तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन जारी है। इस दौरान दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलनरत किसानों ने देश के नागरिकों से बुधवार 23 दिसंबर को अपना दोपहर का भोजन छोड़ने का आग्रह कर अपने आंदोलन में सार्वजनिक भागीदारी की मांग की है।
जहां आज पूरा देश ‘राष्ट्रीय किसान दिवस’ मना रहा है तो दूसरी तरफ भारतीय किसान यूनियन ने एलान किया है कि आज हम एक टाइम का खाना नहीं खाएंगे। किसान संगठनों ने लोगों से अनुरोध किया है कि वह आज दोपहर का भोजन न पकाएं। साथ ही आज किसान दिवस पर किसानों ने अपना आंदोलन और तेज करने की बात करते हुए कहा कि आने वाले दिनों में हरियाणा के टोल प्लाजा को फ्री किया जाएगा। इसके अलावा प्रधानमंत्री के मन की बात के समय पर किसानों ने लोगों से ताली और थाली बजाने की भी अपील की है।
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गौरतलब है कि अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्लाह ने कहा, “मंगलवार (22 दिसंबर) को अडानी और अंबानी आउटलेट्स के पास मुंबई में आयोजित रैलियों के बाद, किसानों ने अपने बहिष्कार अभियानों को तेज करने और 26 दिसंबर को सार्वजनिक समर्थन प्राप्त करने की योजना बनाई।”
उन्होंने जोर दिया कि जब तक सरकार उनकी मांगों को सुनने की इच्छा नहीं दिखाती है, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। “अब तक, सरकार ने हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया है, जो पिछले सात महीनों से अपरिवर्तित है। दूसरी ओर सरकार मीडिया की मदद से किसानों पर अपना एजेंडा लागू करने की कोशिश कर रही है।