अब हिसार में पत्रकार के खिलाफ दर्ज हुई FIR, खराब हो रहे गेहूं पर कवर की थी स्टोरी 

आरयू वेब टीम। पत्रकारों के खिलाफ हो रही कार्रवाई का मामला थमने का नाम नही ले रहा है। ऐसा ही एक ताजा मामला हरियाणा के हिसार का सामने आया है। जहां पत्रकार अनूप कुंडू पर मानहानि और अवैध घुसपैठ का मामला दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई जिला पुलिस द्वारा इसलिए की गई है क्योंकि अनूप ने उकलाना में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के गोदाम में खराब हो रहे गेहूं की खबर को कवर किया था।

पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआइआर में कहा गया है कि पत्रकार ने विभाग को बदनाम करने के लिए अपने चैनल पर फर्जी वीडियो चलाया। बता दें कि 17 जुलाई को पता लगा कि उकलाना के डीएफएससी गोदाम में पानी की वजह से गेहूं खराब हो रहा है। इस बारे में पत्रकार ने सिक्योरिटी गार्ड से बात की और घटना का वीडियो बनाया। उन्होंने फूड सप्लाई इंस्पेक्टर राम फल से भी बात की, लेकिन उन्होंने उसे धमका दिया।

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18 जुलाई को इस बारे में चैनल पर 21 मिनट की स्टोरी चलाई गई। मंत्री करन देव कंबोज ने चैनल से बात की और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का वादा किया। इसी दिन मंत्री ने डीएफएससी सुभाष को जांच का सुझाव दिया जिसके बाद पत्रकार समेत कुछ बीजेपी नेता और जिला फूड सप्लाई कंट्रोलर ने गोदाम का निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों को खराब अनाज मिला। अधिकारियों ने गलती को स्वीकार किया और साउंडबाइट दिया, लेकिन 19 जुलाई को जब करनाल में मंत्री से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पत्रकार ने गलत खबर दी है।

वहीं 25 जुलाई को पत्रकार ने डीसी हिसार के पास शिकायत दर्ज कराई और इस शिकायत को डीएफएसस हिसार के पास भी भेजा, लेकिन यह अभी तक पेंडिंग है। इसके बाद आठ सितंबर को पत्रकार के खिलाफ धारा 451, 465 और 500 के तहत मामला दर्ज किया गया।

अनूप कुण्डू पर दर्ज मुकदमे को लेकर जिले भर के पत्रकारों ने स्थानीय मीडिया सेंटर में एक बैठक का आयोजन कर रोष प्रकट किया और बैठक में जिले के सभी खंडों के पत्रकारों ने शिरकत की। यहां सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर जिला उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक को एक शिकायत सौंपी गई जिसमें पत्रकार पर दर्ज मुकदमे को खारिज करते हुए फर्जी जांच रिपोर्ट पेश करने वाले जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी सुभाष सिहाग और जिला परिषद के निवर्तमान कार्यकारी अधिकारी विकास यादव के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की गई।

वहीं अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह ने कहा कि पत्रकारों को डिमांड को संबंधित अधिकारी को प्रेषित करते हुए दोबारा निष्पक्ष जांच करवाई जाएगी। साथ ही कहा कि किसी भी तरीके से मीडियाकर्मी के साथ गलत नही होने दिया जाएगा। अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह ने खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के उस आरोप को भी नकारा जिसमे कहा गया है कि अवैध रूप से परिसर में घुसे हैं। उत्तम सिंह ने कहा कि इस तरीके की धाराएं प्राइवेट प्रॉपर्टी पर लागू होती हैं ना कि पब्लिक प्रॉपर्टी पर।

इस संबंध मे हिसार के जिला पुलिस कप्तान के बाहर होने पर शिकायत की कॉपी पुलिस उपाधीक्षक अशोक कुमार को सौंपी गई जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए अशोक कुमार ने कहा कि दोबारा से जांच कर दोनों पक्षों को शामिल किया जाएगा और निष्पक्षता से कार्रवाई करते हुए दूध का दूध और पानी का पानी किया जाएगा।

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