अखिलेश पर केशव मौर्या का पलटवार, सपा को बताया जातिवाद व तुष्टीकरण का पर्याय

यूनिफॉर्म सिविल कोड

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। एक बार फिर से यूपी की सत्ता हासिल करने के बाद भाजपा अपनी विकास से जुड़ी रणनीतियों पर जोर देते हुए सबके साथ और सबके विकास का दावा कर रही है। वहीं यूपी चुनाव में हार का मुंह देखने के बाद विपक्ष लगातार योगी सरकार पर जीतिवादी पार्टी होने का आरोप लगा रहा है। हाल ही में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा को जातिवादी पार्टी करार दिया था, जिसके बाद मंगलवार को परशुराम जन्मोत्सव के दिन यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव मौर्या ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर पलटवार करते हुए कहा कि सपा का चरित्र जातिवाद और तुष्टीकरण का पर्याय है।

यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने आज अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से ट्वीट कर  सपा अध्यक्ष पर पलटवार कर कहा कि ”अखिलेश यादव और सपा का चरित्र जातिवादी और तुष्टीकरण का पर्याय। समरसता, सौहार्द, विकास, सुशासन भाजपा और उत्तर प्रदेश की पहचान।” केशव मौर्य के इस ट्वीट के बाद लगातार सोशल मीडिया पर अलग अलग प्रतिक्रियाएं आ रहीं हैं। अखिलेश यादव और सपा का चरित्र जातिवाद और तुष्टिकरण का पर्याय, समरसता,सौहार्द,विकास,सुशासन,भाजपा और यूपी की पहचान।

यह भी पढ़ें- केशव मौर्या का दावा, 2024 में सपा बन जाएगी समाप्त पार्टी, आजम-शिवपाल को लेकर कही ये बात

बता दें कि सपा प्रमुख ने सोमवार को लखनऊ के मोहनलालगंज क्षेत्र के एक गांव में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि भाजपा जातिवादी पार्टी है। भाजपा की सरकार में केंद्र से राज्य तक जातिवाद का बोलबाला है। भाजपा की सरकार भ्रष्टतम है।’  अखिलेश ने हाल में हुए विधानसभा चुनाव पर चर्चा करते हुए कहा, ”राज्य की जनता बदलाव और नई सरकार चाहती थी। चुनाव परिणाम आने के बाद जनता के साथ चुनावी विशेषज्ञ भी हैरान थे।

इससे जनता में तो घोर निराशा है ही, सरकार में आने के बाद भी भाजपाइयों के चेहरे उतरे हुए हैं, क्योंकि वे समझ रहे है कि सत्ता में वे कैसे आए हैं। इस दौरान अखिलेश यादव ने दावा किया कि ‘जनता ने सपा पर भरोसा जताया है। सपा सत्ताधारी पार्टी के अन्याय का डटकर मुकाबला करेगी।

यह भी पढ़ें- यूनिफॉर्म सिविल कोड लाने की तैयारी पर बोले केशव मौर्या, ये भाजपा के प्रमुख वादों में से एक