मध्यस्थता विफल होने पर अयोध्या में बोले योगी, महाभारत से पहले भी हुए थे कई प्रयास

राम मंदिर निर्माण
अयोध्या में निरीक्षण के दौरान अपनी बात रखते सीएम योगी।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ/अयोध्‍या। प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ शनिवार को अयोध्‍या पहुंचे। जहां करीब तीन घंटें के इस दौरे में सीएम योगी ने अयोध्या में कई परियोजनाओं का निरीक्षण किया। साथ ही अयोध्या फोरलेन सरयू पुल से भगवाम राम की प्रतिमा के लिए प्रस्तावित भूमि का भी निरीक्षण किया।

मुख्‍यमंत्री ने आज सबसे पहले मंदिर आंदोलन के पर्याय रहे रामचंद्रदास परमहंस को श्रद्धांजलि दी। साथ ही जनता से संवाद किया। जनता से संवाद करने के दौरान योगी ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ होना चाहिए। योगी ने कहा कि राम मंदिर निर्माण का मुद्दा जनहित की भावनाओं से जुड़ा हुआ है।

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महंत परमहंस दास के बारे में योगी ने कहा कि पूरा जीवन समाज के लिए समर्पित रहा है। अयोध्या को उन्होंने अपनी कर्मस्थली बनाई। उस अभियान में श्री राम जन्मभूमि मुक्ति कार्यक्रम सबसे अहम थी। मध्‍यस्‍ता के लिए टीम गठित हुई वो विफल रही। हम लोग पहले भी जानते थे कि सफल नही होंगे, लेकिन अच्छा हुआ प्रयास हुआ। महाभारत से पहले भी काफी प्रयास हुए है। हमें विश्‍वास है जन भावनाओं का सम्मान होगा।

यहां उन्‍होंने 133 करोड़ की परियोजनाओं का निरीक्षण किया। मुख्‍यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक 221 मीटर ऊंची राम प्रतिमा काम शुरू हो गया है। इसमें 151 मीटर की प्रतिमा होगी, उसके ऊपर 20 मीटर ऊंचा छत्र बनेगा और नीचे 50 मीटर ऊंचा बेस बनेगा।

इसमें राम कथा का म्यूजियम, लाइब्रेरी, राम जन्मभूमि मंदिर का इतिहास दर्शाने वाली सामग्री व देश विदेश की राम लीलाओं से जुड़े दुर्लभ चित्र लगाए जाएंगे। दिगंबर अखाड़ा में बने अतिथि गृह का लोकार्पण करने के साथ परमहंस को श्रद्धांजलि दी।

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