भविष्य के टकराव ज्यादा घातक और अनुमान से परे होंगे: विपिन रावत

साइबर डोमेन
सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत। फोटो साभार (एएनआइ)

आरयू वेब टीम। कारगिल युद्ध विजय दिवस की 20वीं बरसी के मौके पर शनिवार को सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत ने भविष्य को लेकर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि भविष्य के टकराव ज्यादा घातक और कल्पना से परे होंगे। इसमें तकनीक और साइबर डोमेन की बड़ी भूमिका होगी। जनरल विपिन रावत ने दिल्ली में कारगिल विजय की बरसी पर आयोजित एक सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान के हर दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा और किसी भी आतंकवादी गतिविधि को बख्शा नहीं जाएगा।

कार्यक्रम में सेना प्रमुख ने कहा कि पाकिस्तानी सेना बार-बार दुस्साहस करती है, चाहे वह राज्य प्रायोजित आतंकवाद हो या भारत में घुसपैठ करना। भारतीय सेना मजबूती से खड़ी है और हमारी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा को तैयार है। इसमें कोई संदेह ना हो कि हर दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

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उन्होंने आगे कहा कि राज्येतर तत्वों का उदय और युद्ध में आतंकवाद का इस्तेमाल और अन्य अनियमित तरीकों का इस्तेमाल नया चलन बन गया है। सेना प्रमुख ने कहा कि साइबर और अंतरिक्ष डोमेन ने युद्धश्रेत्र का परिदृश्य बदल दिया है। इस दौरान उरी और बालकोट आतंकवादी हमले का जिक्र करते हुए सेना प्रमुख ने कहा कि इस हमलों के बाद किए गए हवाई हमले आतंकवाद गतिविधियों के खिलाफ हमारे राजनीतिक और सैन्य संकल्प को दर्शाता है, कि आतंकवाद की किसी भी गतिविधियों को बख्शा नहीं जाएगा।’’

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वहीं सेना प्रमुख ने आज कहा कि लद्दाख के डेमचोक सेक्टर में चीन ने कोई घुसपैठ नहीं की है। रावत ने एक समारोह के इतर कहा, ”कोई घुसपैठ नहीं हुई है। जनरल रावत का यह बयान इन रिपोर्टों के बीच आया है कि चीनी जवानों ने छह जुलाई को दलाई लामा के जन्मदिवस के मौके पर कुछ तिब्बतियों द्वारा तिब्बती झंडे फहराए जानें के बाद पिछले सप्ताह वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पार की।

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