नोटबंदी: भाजपा का मायावती पर पलटवार, भ्रष्‍ट तरीके से जुटाया गया धन बेकार चले जाने से आज भी हरा है जख्‍म

नोटबंदी के फायदे
हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव। (प्रदेश प्रवक्ता, भाजपा)

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। मोदी सरकार को नोटबंदी के लिए घेरने और भाजपा को इसके लिए माफी मांगने वाले बसपा सुप्रीमो मायावती के बयान के बाद मंगलवार को भाजपा ने मायावती पर तगड़ा पलटवार किया है।

भाजपा के प्रदेश प्रवक्‍ता हरिश्‍चन्‍द्र श्रीवास्‍तव ने आज बीजेपी मुख्‍यालय पर मीडिया से बात करने के दौरान मायावती को निशाने बनाते हुए कहा कि ‘काला धन और काले धन के संरक्षण’ की वकालत करने वाले नेताओं का भ्रष्ट तरीके से जुटाया गया धन बेकार हो जाने से उनका जख्म आज भी हरा है। नोटबंदी व जीएसटी जैसे मोदी सरकार के क्रांतिकारी निर्णय से देश की जनता तो सुखी हुयी, लेकिन विपक्ष दिवालिया हो गया, इसलिए वे अब भी नोटबंदी व जीएसटी को लेकर विलाप कर रहे हैं।

प्रदेश प्रवक्‍ता ने नोटबंदी का पक्ष लेते हुए कहा कि सच यह है कि नोटबंदी जहां गरीबों, किसानों, युवाओं और देश की जनता के लिये वरदान बन गयी, वहीं भ्रष्टाचार से लाखों-करोड़ों रुपए जमा करने वाले व्यक्तियों पर इसका कहर बरपा। इसीलिए नोटबंदी के बाद देश के विभिन्न भागों में हुये चुनावों में भाजपा को प्रचंड विजय दिलाकर जनता प्रधानमंत्री मोदी के साथ खड़ी रही।

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बसपा समेंत अन्‍य विपक्षी दलों को भी निशाना बनाते हुए हरिश्‍चन्‍द्र ने कहा कि सपा, बसपा, कांग्रेस सहित विपक्ष के दलों द्वारा ढाई साल बाद भी नोटबंदी पर आंसू बहाना साबित करता है कि इससे भ्रष्टाचार पर करारा प्रहार हुआ है। बसपा सुप्रीमो मायावती आज भी नोटबंदी पर गरीबों या मजदूरों के लिये नहीं दुखी हैं, बल्कि नोटबंदी के कारण उनके पास जमा कालाधन नष्ट हो जाने से वह परेशान हैं।

मायावती पर हमला जारी रखते हुए प्रदेश प्रवक्‍ता ने कहा कि टिकट बेचकर लोकतंत्र पर धब्बा लगाने के लिये बदनाम लोग नोटबंदी के बाद कालाधन ठिकाने लगाते हुये हलाकान-परेशान हैं। नोटबंदी के बाद उनकी और उनके भाई के बैंक खाते में 104 करोड़ रुपए से अधिक नगदी जमा करायी गयी थी, जिसका वो हिसाब नहीं दे पाईं।

वहीं नोटबंदी के फायदे गिनाते हुए प्रदेश प्रवक्‍ता ने कहा कि नोटबंदी से भ्रष्ट लोगों के यहां नकदी के रूप में रखा लाखों-करोड़ों रुपए का धन बैंकों में आया और यह धन देश के गरीबों के आर्थिक सशक्तिकरण करने, किसानों को आर्थिक समृद्ध बनाने, नौजवानों को उद्यम स्थापित कर करोड़ों की संख्या में रोजगार सृजन करने, देश की सेना को मजबूत बनाने के लिये आधुनिक हथियार व साजोसामान खरीदने और देश के अवस्थापना विकास के लिये जनता तक सीधे पहुंचाये गये। नोटबंदी का निर्णय जनता के लिये वरदान साबित हुआ है।