कुशीनगर हवाई अड्डे को इंटरनेशनल एयरपोर्ट का दर्जा मिलने पर स्‍वतंत्र देव व नंदी ने कहा, इससे खुलेगा पूर्वांचल के विकास का द्वारा

कुशीनगर एयरपोर्ट

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। उत्‍तर प्रदेश के कुशीनगर एयरपोर्ट को आज अंतरराष्‍ट्रीय एयरपोर्ट का दर्जा दिए जाने पर भाजपा के प्रदेश अध्‍यक्ष स्‍वतंत्र देव सिंह ने मोदी सरकार के प्रति आभार जताया है। साथ ही उन्‍होंने कहा है कि इससे पूर्वांचल के विकास का द्वारा खुल जाएगा।

आज अपने एक बयान में स्‍वतंत्र देव सिंह ने कुशीनगर एयरपोर्ट को अंतरराष्‍ट्रीय एयरपोर्ट का दर्जा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय मंत्रि परिषद के प्रति आभार व्यक्‍त करते हुए पत्रकारों से कहा कि भगवान बुद्ध की परिनिर्वाण स्थली कुशीनगर में नये अंतरर्राष्‍ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण की स्वीकृति के बाद पूर्वांचल के विकास का द्वार तो खुलेगा ही साथ ही पर्यटन व रोजगार के नए अवसर भी सृजित होगें।

वहीं यूपी के नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘‘नंदी’’ ने भी प्रधानमंत्री व मोदी सरकार की कैबिनेट के प्रति आभार जताया है। आभार जताने के साथ ही नंदी ने कहा है कि प्रधानमंत्री ने यूपी को दो अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट प्रदान किए हैं। जेवर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट एनसीआर क्षेत्र सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश को तथा कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र को बेहतर एयर कनेक्टिविटी प्रदान  करेंगे।

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उन्होंने बताया कि महात्मा बुद्ध की निर्वाण स्थली कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की स्थापना हो जाने पर पूर्वांचल क्षेत्र के विकास का द्वारा खुलेगा और विकास को गति मिलेगी। यूपी में महात्मा बुद्ध से जुड़े स्थलों को बौद्ध सर्किट के माध्यम से जोड़ने का काम किया जा रहा है, जिससे देश विदेश के पर्यटकों को एवं श्रद्धालुओं को भगवान बुद्ध से जुड़े इन स्थलों तक पहुंचने में आसानी होगी।

योगी सरकार के मंत्री के अनुसार इस हवाई अड्डे के संचालित होने पर थाईलैण्ड, जापान, वियतनाम, म्यांमार, श्रीलंका, ताइवान सहित दुनिया के के अनेक देशों के बौद्ध धर्म के अनुयायियों व अन्य पर्यटकों को प्रदेश में स्थित बौद्ध स्थलों का भ्रमण करने में सुगमता होगी।

नंदी ने बताया कि कुशीनगर एयरपोर्ट की स्थापना के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लगभग 590 एकड़ भूमि क्रय करते हुए निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया था, जिससे भूमि क्रय के पश्चात हवाई अड्डे के निर्माण के लिए राज्य सरकार द्वारा लगभग 190 करोड रुपए की धनराशि अवमुक्त करते हुए भारत सरकार के उपक्रम के माध्यम से एयरपोर्ट की स्थापना को लगभग पूरा करा दिया गया है।

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