आरयू ब्यूरो, लखनऊ। कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के चलते जहां राजधानी लखनऊ समेत दुनियाभर के लोगों में दहशत है। वहीं लखनऊ विकास प्राधिकरण की सेहत पर कोई खास फर्क पड़ता नहीं दिख रहा है। तमाम खतरों के बाद भी चक्रवृद्धि ब्याज से बचने के लिए एलडीए में वन टाइम सेटेलमेंट (ओटीएस) स्कीम के लिए आवंटियों की अब भी भीड़ उमड़ रही है। वहीं इस भीड़ व कोरोना वायरस से निपटने के लिए व्यापक इंतजाम एलडीए में नहीं देख अब कर्मचारियों को कोरोना वायरस से संक्रमित होने का डर सता रहा है।
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एलडीए के कर्मचारियों ने कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे व ओटीएस के लिए उमड़ने वाली आवंटियों की भीड़ को देखते हुए ऑफ लाइन ओटीएस को फिलहाल रोक लगाने की मांग एलडीए उपाध्यक्ष व सचिव से की है। हालांकि ओटीएस को स्थागित करने व उसके समय को घटाने-बढ़ाने का निर्णय शासन से होना है।
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एलडीए कर्मचारियों ने अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देते हुए कहा है कि कोरोना वायरस को महामारी के रूप में घोषित किया जा चुका है। सरकार ने भी इसके खतरे को देखते हुए स्कूल-कॉलेज व अन्य संस्थानों को बंद कराते हुए भीड़ वाली जगाहों पर जाने से बचने को कहा है। ऐसे में ओटीएस के चलते बड़ी संख्या में आवंटियों के आने से एलडीए कर्मचारियों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने का खतरा है।
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एलडीए के एक कर्मचारी ने नाम न सामने लाने की शर्त पर बताया कि ओटीएस के लिए बनाएं गए हेल्प डेस्क के आसपास कोरोना वायरस से संक्रमण से बचने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गयी है। आवंटी सीधा उनके बिल्कुल करीब आ जा रहें हैं। जबकि यहां आने वाले आवंटियों में बड़ी संख्या में ऐसे आवंटी भी हैं जो लखनऊ या यूपी के बाहर रहने के चलते बस, ट्रेन व अन्य माध्यमों से सफर करते हुए लखनऊ आ रहें हैं। ऐसे आवंटियों से संक्रमित होने का खतरा और बढ़ जाता है।
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वहीं गुरुवार को एलडीए मुख्यालय में कोरोना वायरस से बचाव के इंतजाम की हकीकत जानने पर पता चला कि एलडीए की नई बिल्डिंग के मेन गेट को छोड़कर बाकी के गेटों से प्रवेश करने वालों के लिए सैनेटाइजर तक की व्यवस्था नहीं थी। लोग झुंड में भी बिना रोक-टोक सेनेटाइजर व मॉस्क के आभाव में एलडीए मुख्यालय से आ जा रहे थे।
वीसी के डर से एक गेट पर कराया इंतजाम, बाकी को छोड़ा राम भरोसे
एलडीए के अधिकारी की माने तो कोरोना वायरस से बचाव के लिए सैनेटाइजर व अन्य व्यवस्था का एलडीए मुख्यालय में व्यापक प्रबंध करने के लिए बुधवार को ही एलडीए उपाध्यक्ष ने स्टोर का चार्ज संभालने वाले अधिकारी डीएम कटियार से कड़ाई से पालन करने को कहा था। जिसके बाद आज वीसी के कार्यालय में प्रवेश करने वाले नई बिल्डिंग के मेन गेट पर तो सेनेटाइजर रखवा दिया गया, लेकिन नई के साथ ही एलडीए की पुरानी बिल्डिंग के गेटों पर ऐसी व्यवस्था नहीं की गयी।
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बताते चलें कि विकास प्राधिकरणों व आवास विकास के डिफॉल्टर आवंटियों को राहत पहुंचाने के लिए आवास विभाग ने तीन मार्च से पांच जून तक के लिए ओटीएस स्कीम शुरू की है। डिफॉल्टर आवंटियों को दिक्कत न हो इसके लिए ही एलडीए ने ओटीएस हेल्प डेस्क बनाया है। जहां बड़ी संख्या में एलडीए के कर्मचारियों की तैनाती की गयी है।
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कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए कर्मचारियों ने एक प्रार्थना पत्र दिया है। वर्तमान हालात पर विचार करते हुए ऑफ लाइन ओटीएस की अवधि में बदलाव के लिए शासन को पत्र लिखा जा रहा है। इसके साथ ही एलडीए में भी कोरोना वायरस से संक्रमण से सुरक्षा के लिए निर्देश दिए गए हैं।
शिवकांत द्विवेदी, एलडीए उपाध्यक्ष