आखिरकार मारा ही गया दुर्दांत विकास दुबे, गाड़ी पलटने के बाद पुलिस ने किया एनकाउंटर

मारा गया विकास दुबे

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। कानपुर के चौबेपुर में सीओ समेत आठ पुलिसवालों की हत्‍या के बाद से देश भर की सुर्खियों में छाए दुर्दांत विकास दुबे का शुक्रवार की तड़के अंत हो गया। कल उज्‍जैन के महाकाल मंदिर में नाटकीय ढंग से पकड़े गए पांच लाख के ईनामी बदमाश को उज्‍जैन से कानपुर ला रही पुलिस टीम की गाड़ी आज पलट गयी।

जिसके बाद विकास ने पुलिस वाले की पिस्‍टल छीनकर गोली चलानी शुरू कर दी, लेकिन पुलिस की जवाबी कार्रवाई इस बार उसपर भारी पड़ी और गोलियां लगने से वह बुरी तरह से घायल हो गया। पुलिस ने उसे कानपुर के लाला लाजपत राय अस्‍पताल पहुंचाया, जहां डॉक्‍टरों ने जांच के बाद विकास को मृत घोषित कर दिया। इसके साथ ही विकास दुबे नाम के एक दुर्दांत का अंत हो गया।

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कानपुर के पास ही हुए एनकाउंटर व विकास के मौत की पुष्टि करते हुए एसपी पश्चिम कानपुर ने बताया कि विकास दुबे को ट्रांजिट रिमांड पर कानपुर लाया जा रहा था तभी गाड़ी पलट गई, गाड़ी में बैठे पुलिसकर्मी घायल हो गए तो विकास उनकी पिस्टल छीनकर पुलिस पर गोली चलाते हुए भागने की कोशिश करने लगा, पुलिस ने उसे चारों तरफ से घेरकर आत्मसमर्पण कराने की कोशिश की, लेकिन विकास के गोलियां चलाने पर पुलिस ने अपने बचाव में गोली चलायी जो विकास को जा लगी। आइजी कानपुर ने बताया कि इस दौरान पुलिस के चार लोग भी घायल हुए हैं, जिनका अस्‍पताल में इलाज चल रहा है।

छह मारे गए, 12 की तलाश: एडीजी

एडीजी कानून-व्‍यवस्‍था प्रशांत कुमार ने बताया कि कानपुर मुठभेड़ कांड में विकास दुबे समेत कुल 21 के नामजद व 60 से 70 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। 21 नामजद में से विकास दुबे समेत छह लोगों को एनकाउंटर में मारा जा चुका है, तीन गिरफ्तार हुए हैं। इसके अलावा साजिश रचने के मामले में भी सात अभियुक्‍तों को गिरफ्तार पुलिस जेल भेज चुकी है। फिलहाल इस मामले में 12 ईनामी बदमाश अब भी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।

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वहीं आज हुई मुठभेड़ व गाड़ी पलटने की घटना के बारे में एडीजी ने कहा कि तीन इंस्‍पेक्‍टर समेंत सिविल पुलिस के चार कर्मी घायल हुए हैं। इसके अलावा और एसटीएफ के दो कमांडो को भी गंभीर चोटें आई हैं।

विकास दुबे को लगी चार गोली

एलएलआर के प्रिंसिपल डॉ. आरबी कमल ने बताया कि विकास दुबे को विकास दुबे को मृत अवस्‍था में अस्‍पताल लाया गया था, उसको चार गोली लगी थी। तीन सीने में जबकि एक गोली हाथ में लगी थी।

इसके अलावा लाए गए घायल पुलिसकर्मी रमाकांत, पंकज और प्रदीप खतरे के बाहर हैं, जबकि दो पुलिसकर्मियों को गोली लगी है, दोनों की हालत अभी स्थिर है।

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मारा गया विकास दुबे
अस्पताल में रखा गया विकास दुबे का शव।

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वहीं विकास के एनकाउंटर की चर्चा तभी होने लगी थी, जबकि आठ दिन पहले उसने मुठभेड़ के दौरान सीओ समेत आठ पुलिसवालों को अपने साथियों के साथ घेरकर मार डाला था। यूपी समेत देशभर को सकते में डाल देने वाली घटना के सामने आने के बाद करीब सात दिन तक विकास पुलिस को छकाता रहा, इस दौरान पुलिस ने उसकी टीम के पांच सदस्‍यों को एनकाउंटर में मार गिराया, जबकि पत्‍नी समेत कुछ अन्‍य सदस्‍यों को गिरफ्तार भी किया।

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इस बीच कल विकास उज्‍जैन मंदिर में जिंदा पकड़ा गया तो एकबारगी लोगों को यकीन नहीं हुआ था। हालांकि आज सुबह आयी उसकी मौत की खबर से जहां उससे डरने वाले लोगों ने राहत की सांस ली। दूसरे ओर उसके एनकाउंटर पर भी सवाल उठने लगें हैं।

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