विकास दुबे के दो रिश्‍तेदारों को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया, कानपुर पहुंचे DGP ने किया घटनास्‍थल का निरीक्षण, घायल जवानों का जाना हाल

आठ पुलिसवालों की हत्या
निरीक्षण के लिए घटनास्थल पर पहुंचे डीजीपी।

आरयू संवाददाता, कानपुर। कानपुर में बिकरु गांव में पुलिस टीम पर फायरिंग करके आठ पुलिसवालों की हत्या करने वाले हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके साथियों की तलाश में सरगर्मी से जुटी पुलिस ने बदमाशों के ठिकानों की खबर लगते ही वहां पहुंचकर विकास दुबे के दो रिश्‍तेदारों को मुठभेड़ में मार गिराया है।

मिली जानकारी के अनुसार पुलिस को शुक्रवार को सूचना मिली कि विकरू गांव से दो किलोमीटर की दूरी पर कुछ बदमाश छिपे हैं। पुलिस टीम ने घेराबंदी की, लेकिन पुलिस को देखते ही बदमाशों ने फायरिंग कर दी। इस पर पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में गोलियां चलाईं।

आइजी कानपुर ने मीडिया को बताया कि इस मुठभेड़ में विकास दुबे का मामा प्रेम प्रकाश पाण्डेय और उसका साथी अतुल दुबे ढेर हुआ है। हालांकि, इस दौरान दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। पुलिस के लूटे असलहे भी बरामद हुए हैं। बदमाशों के तीन और साथी थे, वे फरार हो गए। उनकी तलाश में शिवली एरिया में पुलिस टीम लगाई गई है।

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वहीं सीएम से मुलाकात के बाद यूपी के डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने कानपुर पहुंचकर खुद घटनस्‍थल का निरीक्षण करने के साथ ही अस्‍पताल में भर्ती घायल पुलिसकर्मियों का हाल जाना। वहीं  डीजीपी ने कहा कि यह हमारे परिवार पर हमला है और हमारे परिवार के आठ लोग शहीद हुए हैं। प्रदेश के सात हजार पुलिसकर्मी इस ऑपरेशन में लगाए गए हैं। 24 से 48 घंटे के भीतर मुख्य आरोपी को पकड़कर कानूनी कार्यवाही अमल में लाएंगे। गांव के लोगों को अपराधियों का साथ नहीं देना चाहिए, यह उनके लिए आगे घातक साबित हो सकता है। गांव के यदि किसी व्यक्ति के अपराधियों से संबंध सामने आते हैं तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।

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इससे पहले एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार समेत छह अफसरों की टीम बनाई गई है। इसमें ठोकिया और ददुआ गैंग का एनकाउंटर करने वाली एसटीएफ के अफसर भी शामिल हैं। पुलिस ने विकास दुबे के घर की तलाशी लेने के बाद उसे सील कर दिया है। आइजी कानपुर मोहित अग्रवाल ने मौके पर डेरा डाल रखा है। एडीजी प्रशांत कुमार भी लखनऊ से कानपुर पहुंचे हैं। कानपुर जिले को सील कर दिया गया है।

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डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने बताया कि मुख्य आरोपित विकास दूबे के खिलाफ 60 मामले दर्ज हैं। बीती रात हुई घटना से करीब 24 घंटे पहले राहुल नाम के युवक ने इसके खिलाफ हत्या की कोशिश करने का केस दर्ज कराया था। पुलिस उसे पकड़ने गई थी। लेकिन, उसने जेसीबी लगाकर पुलिस का रास्ता रोक दिया था। जिस कारण हमारी गाड़ी मौके पर नहीं पहुंच सकी। अंधेरे का फायदा उठाकर बदमाश घरों की छत पर थे। पुलिस के पहुंचते ही अंधाधुंध फायरिंग की गई। इस दौरान सीओ बिल्हौर, तीन सब इंस्पेक्टर समेत आठ पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। सात पुलिसकर्मी घायल हैं। विकास मौके से भाग गया।

50 हजार का इनाम घोषित

दूसरे ओर इस भीषड़ गोलीकांड के मुख्‍य आरोपित विकास दुबे पर पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित कर दिया है। शुक्रवार रात तक यूपी के हजारों पुलिसकर्मी उसकी तलाश में कानपुर व लखनऊ समेत अन्‍य जिलों में स्थित विकास के संभावित ठिकाने पर छापेमारी कर रहे थे।

मां ने पुलिस से कहा मार दो, बेटा आतंकवादी है

दूसरी ओर आज विकास दुबे की मां सरला दुबे ने पुलिस से कहा है उसका बेटा आतंकवादी है। समझाने पर भी नहीं समझा उसे मार दें। हालांकि बेटे की आदत से त्रस्‍त मां उसकी मौत का फरमान सुनाने के बाद रो पड़ी।

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