मायावती ने उठाई मांग, भाजपा समेत सभी पार्टियों के लोगों पर दर्ज मुकदमें जरुर हटाएं

मायावती
फाइल फोटो।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। एक ओर प्रदर्शन करने पर किसान, युवाओं व विपक्षी दलों पर मुकदमें दर्ज किए जा रहें हैं, तो वहीं दूसरी तरह राजनीतिक दलों के नेता अपने पर संगीन धाराओं पर दर्ज की गयी एफआइआर को ही खत्‍म कराने के जुगाड़ में लगे हैं।

शुक्रवार को इन सबके बीच बसपा सुप्रीमो मायावती ने भाजपा समेत सभी राजनीतिक दलों के नेता व कार्यकर्ताओं पर लगे मुकदमें समाप्‍त किए जाने की मांग उठाई है। हालांकि राजनीतिक पार्टियों के नेता व कार्यकर्ताओं को पवित्र कर देने वाली मायावती की इस मांग के बाद सोशल मीडिया पर अलोचना भी शुरू हो गयी है।

यह भी पढ़ें- हरियाणा के CM खट्टर को काले झंडे दिखाने पर 13 किसानों के खिलाफ हत्या की कोशिश का केस दर्ज

आम लोगों का मानना है कि राजनीतिक चमकाने के लिए नेता व कार्यकर्ताओं को कोरोना काल जैसी संकट की घड़ी होने के बावजूद मुकदमा मुक्‍त करने का राजनीतिक पार्टियां अवसर ढ़ूढ रहीं हैं, लेकिन नौकरी के लिए बेरोजगारों, मानदेय बढ़ाने के लिए शिक्षामित्रों, अपने हक के लिए किसान व अन्‍य द्वारा सड़कों पर मजबूरी में प्रदर्शन करने वाले के बारे में सत्‍ता पक्ष या विपक्ष को नहीं सोचना चाहिए।

यह भी पढ़ें- मायावती का खुला ऐलान, इस मुद्दे पर BSP है भाजपा के साथ, खुद को BJP का प्रवक्‍ता बताने पर भी कांग्रेस को दिया जवाब

बताते चलें कि पूर्व में मुजफ्फरनगर दंगों से जुड़े मामले में आरोपित कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा, विधायक संगीत सोम व कपिल देव पर दर्ज मुकदमें वापस लेने के लिए हाल ही में योगी सरकार ने कोर्ट में अर्जी दी है।

यह भी पढ़ें- सिंधु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के खिलाफ दिल्‍ली पुलिस ने महामारी एक्‍ट समेत अन्‍य धाराओं में दर्ज की FIR

सरकार के इस कदम के बाद शुक्रवार को यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने सोशल मीडिया के जरिए अपनी ओर से भी मांग उठाई है। मायावती ने आज ट्विट कर कहा है कि यूपी में बीजेपी के लोगों के ऊपर राजनैतिक द्वेष की भावना से दर्ज मुकदमें वापस होने के साथ ही सभी विपक्षी पार्टियों के लोगों पर भी ऐसे दर्ज मुकदमें भी जरूर वापस होने चाहिए। बीएसपी की यह मांग।

यह भी पढ़ें- UP में पूर्व BSP नेता को बदमाशों ने किया गोलियां से छलनी, दिनदहाड़े हत्या से मचा हड़कंप