पांच साल के कार्यकाल में प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार प्रेसवार्ता कर कही ये बातें, लेकिन सवालों का नहीं दिया जवाब

प्रेसवार्ता
प्रेस कांफ्रेंस में बोलते अमित शाह साथ में प्रधानमंत्री।

आरयू वेब टीम। केंद्र की सत्‍ता में भाजपा के आने के बाद से लेकर पांच साल के कार्यकाल में प्रधानमंत्री द्वारा एक भी प्रेस कांफ्रेंस न करने को लेकर विपक्ष के हमले झेल नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण का प्रचार-प्रसार शुक्रवार की शाम खत्म होने के बाद दिल्ली के बीजेपी मुख्यालय में प्रेसवार्ता की।

शाम करीब पांच बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के साथ प्रेस कांफ्रेस करने भाजपा मुख्यालय पहुंचे, लेकिन उन्होंने प्रेस कांफ्रेस में पूछे गए सवालों का जवाब देने की जगह यह कहते हुए जवाब देने से मना कर दिया कि अध्यक्ष हमारे सबकुछ होते हैं।

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हालांकि उन्‍होंने पत्रकारों से कहा कि मुझे अच्छा लगा आप लोगों से मिलकर, आपके पास आने में थोड़ा समय लगा, क्योंकि मैं मध्य प्रदेश में था। इसके बाद शायद मेरे लिए अध्यक्ष जी ने मेरे लिया कोई काम नहीं रखा है।” उन्होंने मीडिया के सामने कहा, ”16 मई को पिछली बार रिजल्ट आया था और 17 मई को एक दुर्घटना हुई थी, 17 मई को सट्टाखोरों को मोदी की हाजिरी का बड़ा नुकसान हुआ था। सट्टा लगाने वाले तब सब डूब गये थे, यानी ईमानदारी की शुरुआत 17 मई को हो गई थी। नई सरकार बनाना जनता ने तय कर लिया है। हमने संकल्प पत्र में देश को आगे ले जानें के लिए कई बातें कही हैं, जितना जल्दी होगा, उतना जल्दी नई सरकार अपना कार्यभार संभाल लेगी। एक के बाद एक करके निर्णय हम लेंगे।

… हम गर्व के साथ दुनिया से कह सकते हैं

इस दौरान मोदी ने कहा, ”मैं मानता हूं कि कुछ बातें हम गर्व के साथ दुनिया से कह सकते हैं। ये दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, ये लोकत्रंत की ताकत दुनिया के सामने ले जाना हम सबका दायित्व है। हमें विश्व को प्रभावित करना चाहिए कि हमारा लोकतंत्र कितनी विविधताओं से भरा है। पिछली बार जब 2009 और 2014 में लोकसभा चुनाव हुआ था तो आईपीएल को बाहर ले जाना पड़ा था, आज जब चुनाव हुआ था तो रमजान भी चलता है, ईस्टर भी चलता है, स्कूल भी चलता है और सब आराम से होता है। चुनाव शानदार रहा, एक सकारात्मक भाव से चुनाव हुआ। पूर्ण बहुमत वाली सरकार पांच साल पूरे करके दोबारा जीतकर आए ये शायद देश में बहुत लंबे अर्से के बाद हो रहा है। ये अपने आप में बड़ी बात है। जब मैं चुनाव के लिए निकला और मन बनाकर निकला था और अपने को उसी धार पर रखा। मैंने देशवासियों को कहा था कि पांच साल मुझे देश ने जो आशीर्वाद दिया उसके लिए मैं धन्यवाद देने आया हूं। अनेक उतार चढ़ाव आए, लेकिन देश साथ रहा। मेरे लिए चुनाव जनता को धन्यवाद ज्ञापन था।

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वहीं इससे पहले प्रेसवार्ता में अमित शाह ने कहा, प्रधानमंत्री का दिल से स्वागत करता हूं और प्रेस कॉन्फ्रेंस में आपसे चुनावी बातें साझा करूंगा। शाह ने कहा कि जनता का उत्साह सबसे आगे रहा है, बड़े बहुमत से फिर सरकार बनने जा रही है। मोदी सरकार ने हर 15 दिन में एक योजना लाई और पूरे कार्यकाल में कुल 133 योजनाएं देश के हर वर्ग को जीनवस्तर को उठाने का प्रयास किया है।”

पूरे देश में हम लड़ रहे हैं चुनाव, नहीं होती हिंसा

कोलकाता के रोड शो में हुए हिंसा के बारे में शाह ने कहा कि ”बंगाल में भाजपा के 80 कार्यकर्ता मारे गए हैं। हम तो पूरे देश में चुनाव लड़ रहे हैं, कहीं और हिंसा क्यों नहीं होती है। हमारे कारण हिंसा होती तो देश के हर हिस्से में होती। मीडिया को ममता जी से पूछना चाहिए कि वहीं ऐसा क्यों होता है।

हमनें 50 करोड़ गरीबों के जीवन स्तर को उठाया ऊंचा

मीडिया से बात करते हुए बीजेपी अध्‍यक्ष ने कहा, भाजपा जनसंघ के समय से और भाजपा के बनने के बाद से संगठनात्मक तरीके से काम करने वाली पार्टी रही है। संगठन हमारे सभी कामों का प्रमुख अंग रहा है। ये पहला ऐसा चुनाव है जहां विपक्ष की ओर से महंगाई और भ्रष्टाचार चुनाव के मुद्दे नहीं थे। बहुत समय बाद देश की जनता ने ऐसा चुनाव देखा है जिसमें ये मुद्दे गायब थे। हमने 50 करोड़ गरीबों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाया है। उन्हें आधारभूत सुविधाएं देकर एहसास दिया है कि देश के विकास में उनकी भी हिस्सेदारी है। हमने बूथ और शक्ति केंद्रों की रचना के साथ जितने चुनाव आए लगभग सभी में हमने सफलता प्राप्त की। 2014 में हमारे पास छह सरकारें थीं आज हमारे पास 16 सरकारें हैं।”

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अमित शाह ने आगे कहा, ”मैं बहुत गर्व के साथ कह रहा हूं कि देश की आजादी के बाद सबसे ज्यादा परिश्रमी और विस्तृत चुनाव अभियान हमारे नेता जी ने किया है। ये चुनाव आजादी के बाद के चुनाव में भाजपा की दृष्टि से सबसे ज्यादा मेहनत करने वाला, सबसे विस्तृत चुनाव अभियान रहा है। मोदी सरकार फिर से बनाने के लिए जनता का उत्साह भाजपा से आगे रहा है।