सपा को बाहरी से ज्‍यादा आंतरिक दुश्‍मनों ने पहुंचाया नुकसान: शिवपाल

शिवपाल यादव
स्मारिका ‘संस्मृतियां’ का विमोचन करते शिवपाल सिंह यादव व साथ में अन्यं।

आरयू ब्‍यूरो

लखनऊ। सपा के यादव परिवार में एक बार फिर जंग तेज होती नजर आ रही है। हाल ही में जहां शिवपाल सिंह यादव का नाम सुनते ही अखिलेश यादव भरी प्रेस कांफ्रेंस में तमतमा उठे थे, वहीं आज शिवपाल यादव ने बिना किसी का नाम लिए अखिलेश यादव पर निशाना साधा है।

विधानसभा चुनाव में सपा की करारी हार पर पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव ने कहा कि सपा को जितना नुकसान बाहरी दुश्‍मनों से नहीं हुआ उससे कहीं ज्‍यादा हानि पार्टी में बैठे आंतरिक दुश्‍मनों से हुआ है। सपा के संस्‍थापक मुलायम सिंह यादव के हाथ में पार्टी की कमान देने की मांग करने के साथ हार के लिए अखिलेश यादव को जिम्‍मेदार ठहराने वाले शिवपाल यादव यहीं नहीं रूके उन्‍होंने आगे कहा कि अब समय आ चुका है कि सभी समाजवादी लोग एक मंच पर आए।

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शिवपाल यादव वयोवृद्ध समाजवादी विचारक सगीर अहमद के व्यक्तित्व पर केन्द्रित स्मारिका “संस्मृतियाँ“ के विमोचन के मौके पर लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्‍होंने कहा कि समाजवादियों ने लोहिया-जयप्रकाश की विरासत को काफी त्याग और संघर्ष से बचाया है, लेकिन अब इसे अपने ही लोग नुकसान पहुंचा रहे है। स्‍वार्थ के लिए आपसी लड़ाई ने सपा को काफी पीछे किया है।

लड़ाई का मूड बना चुके शिवपाल यादव ने कहा कि नई पीढ़ी को विचारों से लैस कर आन्दोलन की तैयारी करनी होगी। सगीर अहमद जैसे पुराने और प्रतिबद्ध समाजवादियों के फिर से सक्रिय होने से समाजवादी आन्दोलन को नई ऊर्जा मिलेगी।

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“संस्मृतियाँ“ के बारे में शिवपाल यादव ने कहा कि इसमें समाजवादी आंदोलन के आठ दशक का लेखा-जोखा संकलित है, इससे नई पीढ़ी को काफी कुछ जानने और सीखने का अवसर मिलेगा।

इस दौरान अशोक बाजपेयी, दीपक मिश्र, राजनाथ शर्मा, पाटेश्वरी, बी.डी. नकवी, उमानाथ यादव, अशोक शुक्ल, अश्वनी शर्मा, शिवकुमार राय, डॉ. सुनील व देवी प्रसाद मौजूद रहे।