आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। उन्नाव के बांगरमऊ से भाजपा के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की मुश्किलें फिलहाल कम होती नजर नहीं आ रही हैं। किशोरी से गैंगरेप समेत अन्य संगीन आरोपों में फंसे भाजपा विधायक को आज उनके क्षेत्रिय जनपद उन्नाव की जेल से हटाकर सीतापुर जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। उनके साथ विधायक की सहआरोपी शाशि सिंह को भी सीतापुर की जेल ले जाया गया है। ये कार्रवाई किशोरी की ओर से हाईकोर्ट में अपील के बाद की गयी है।
बता दें कि पीड़िता ने हाईकोर्ट में अपील की थी कि भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से उसकी और उसके परिवार की जान को खतरा है। वह उन्नाव में रहकर इस केस को भी प्रभावित कर सकता है। ऐसे में उसे उन्नाव जेल से यूपी के बाहर शिफ्ट किया जाए।
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साथ ही किशोरी ने जेल अधिकारियों से सांठगांठ के अलावा जेल के अंदर कैंटीन चलाने वाले को भी विधायक का करीबी बताते हुए विधायक को विशेष सुविधा देने की बात कही थी। किशोरी के आरोपों और केस की गंभीरता को देखते हुए मंगलवार को कड़ी सुरक्षा के बीच भाजपा विधायक को सीतापुर जेल में शिफ्ट किया।
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बताते चलें कि केस की जांच कर रही सीबीआइ ने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उसकी सहयोगी शशि सिंह की रिमांड अवधि खत्म होने के बाद दोनों को उन्नाव की जेल भेज दिया था। पीड़िता के पिता की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के मामले में कुलदीप के भाई अतुल सिंह सेंगर सहित पांच अन्य आरोपित पहले से ही जेल में हैं।
इस बारे में विवाद उठने पर अधिकारियों ने मीडिया के सामने दावा किया था कि सभी आरोपितों को उन्नाव जेल में अलग-अलग बैरक में रखा गया है। जेल प्रशासन ने आरोपितों की सुरक्षा के लिए अलग से इंतजाम किए हैं। वहीं उनसे मिलने वालों को आइडी देखकर ही एंट्री दी जा रही है। पूरी बैरक और आसपास के इलाके को सीसीटीवी की निगरानी में रखा गया है।