‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ का निरीक्षण कर PM मोदी ने हरी झंडी दिखा किया रवाना, जानें इसकी खास बातें

वंदे भारत एक्सप्रेस
वंदे भारत एक्सप्रेस को झंडी दिखाकर रवाना करते प्रधानमंत्री।

आरयू वेब टीम। 

देश की सबसे तेज रफ्तार ट्रेन ‘वंदे भारत एक्सप्रेस को शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुलवामा हमले में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए देश के दुश्मनों को कड़ा संदेश दिया है।

इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद भी ट्रेन में सवार हुए। उन्‍होंने ट्रेन के अंदर निरीक्षण किया। साथ ही सुविधाओं के विषय में भी जानकारी ली है। मोदी ने वंदे भारत एक्सप्रेस के इंजीनियरों को बधाई दी कि उन्होंने देश की पहली बिना इंजन वाली ट्रेन बनाई। उन्होंने देश में रेलवे की दिशा बदलकर रख दी।

मोदी ने कहा कि देश के विकास में योगदान देने वाले इंजीनियरों और जवानों को नमन करते हैं, उनके द्वारा किए गए विकास को नमन करते हैं। ट्रेन में पीएम मोदी के साथ रेल मंत्री पियूष गोयल भी बैठे। इस दौरान पीएम मोदी ड्राइवर सीट पर भी बैठे।

वंदे भारत एक्सप्रेस’

देश की पहली बिना इंजन वाली 16 कोच की वंदे भारत एक्सप्रेस को भारतीय इंजीनियरों ने 18 महीने के रिकॉर्ड समय में बनाया है। इस पर 97 करोड़ की लागत आई है और इसे इंटिगरल कोच फैक्टरी चेन्नई ने बनाया है। वंदे भारत 30 वर्ष पुरानी शताब्दी एक्सप्रेस की जगह लेगी।

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कुल 16 कोच जो चेयरकार होंगे, 16 में से 12 कोच नॉर्मल चेयर कार होंगे और हर बोगी में 78 सीट होंगे, दो कोच एक्जिक्यूटिव टाइप होंगे जिनमें 25 सीट होंगे। दो कोच ड्राइविंग कोच होंगे जो नॉर्मल चेयर कार टाइप के ही होंगे। ट्रेन की बॉडी स्टेनलेस स्टील की है।

वंदे भारत एक्सप्रेस’

जानें कब और कहां से चलेगी

दिल्ली से वाराणसी के बीच ट्रायल रन के दौरान 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़कर यह देश की सबसे तेज रफ्तार वाली ट्रेन बन गई। दिल्ली से सुबह छह बजे चलकर यह दोपहर बाद दो बजे वाराणसी पहुंचेगी और उसी दिन वाराणसी से दोपहर बाद तीन बजे चलकर रात 11 बजे दिल्ली पहुंचेगी। वंदे भारत सोमवार और बृहस्पतिवार को छोड़कर सप्ताह में पांच दिन चलेगी।

वंदे भारत एक्सप्रेस’

रेल अधिकारियों के मुताबिक इस ट्रेन का किराया शताब्दी एक्सप्रेस से 40 से 50 प्रतिशत ज्यादा हो सकता है। इस ट्रेन के एक्जीक्यूटिव का किराया 2800 से 2900 के बीच एवं चेयरकार का 1600 से 1700 के बीच हो सकता है। वहीं, प्रयागराज के लिए एक्जीक्यूटिव श्रेणी में 2400 से 2500 एवं चेयरकार में 1400 से 1500 किराया हो सकता है।

बता दें कि यह ट्रेन 17 फरवरी से आम लोगों के लिए चलने लगेगी और इसके लिए टिकट की बुकिंग भी शुरू हो गई है। रेल विभाग के अधिकारी ने बताया कि इसकी टिकटें काउंटर या आइआरसीटीसी की वेबसाइट के जरिये खरीदी जा सकती हैं।

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