आरयू ब्यूरो लखनऊ। दिवाली से पहले लखनऊ के बंथरा में हुए जहरीली शराब कांड के चलते छह लोगों की मौत के बाद योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। सरकार ने मंगलवार देर रात लखनऊ के पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय को हटा दिया। उनकी जगह एटीएस के एडीजी डीके ठाकुर को लखनऊ को लखनऊ पुलिस कमिश्नर बनाया है। शासन के निर्देश पर डीके ठाकुर ने देर रात ही पुलिस कमिश्नर का पदभार ग्रहण कर लिया है। इसके अलावा तीन और सीनियर आइपीएस अधिकारियों के तबादले किए गए हैं।
लखनऊ के नए पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर 1994 बैच के आइपीएस अफसर हैं और लखनऊ के एसएसपी भी रह चुके हैं। इसके अलावा, केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे जीके गोस्वामी को एटीएस का एडीजी बनाया गया है और राजकुमार को एडीजी कार्मिक बनाया गया है। सुजीत पांडेय को एडीजी (एटीसी) सीतापुर बनाया गया है।
यह भी पढ़ें- लखनऊ में जहरीली शराब पीने से तीन की मौत, एक की हालत गंभीर, मातम में बदली दिवाली की खुशियां
साथ ही लखनऊ व फिरोजाबाद में जहरीली शराब से हुई मौतों के मामले में आबकारी विभाग ने भी बड़ी कार्रवाई की है। लखनऊ के आबकारी निररिक्षक आलोक पांडे को कर्तव्यों में लापरवाही बरतने में निलंबित कर दिया है। जबकि, लखनऊ व फिरोजाबाद के जिला आबकारी अधिकारियों सुदर्शन सिंह व राम स्वार्थ चौधारी को हटाकर मुख्यालय से संबद्ध किया गया है। राजधानी व फिरोजाबाद की संयुक्त टीम ने लतीफनगर में कोटेदार ननकाऊ के यहां अवैध शराब की बिक्री पकड़ी थी। इसके बाद आलोक पांडे को निलंबित कर दिया। पांडे के खिलाफ पहले से ही विभागीय कार्रवाई चल रही है।
यह भी पढ़ें- लखनऊ के पहले पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने संभाला कार्यभार, बताई अपनी प्राथमिकता
बता दें कि 13 नवंबर को बंथरा के रसूलपुर गांव निवासी सुंदरलाल (35), अच्छे और लतीफ नगर निवासी राजकुमार (32) ने गुरुवार देर शाम देशी शराब खरीदकर पी थी। इसके अलावा दो अन्य लोगों ने इसी शराब का सेवन किया था। देर रात इन पांचों की तबीयत खराब हो गई और इन्हें पास के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां इलाज के दौरान सुंदरलाल, अच्छे और राजकुमार की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि दो अन्य में से एक को गंभीर हालत होने पर किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। बाद में कुल मरने वालों की संख्या बढ़कर छह हो गयी थी।