कांग्रेस समेत 19 पार्टियों ने किया संसद भवन उद्घाटन का बहिष्कार, राहुल बोले, “राष्ट्रपति को न बुलाना सर्वोच्च संवैधानिक पद का अपमान”

संसद भवन उद्घाटन

आरयू वेब टीम। नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर जारी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। विपक्षी दलों की मांग है कि संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्वारा करवाया जाना चाहिए। वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आमंत्रित नहीं करने पर मोदी सरकार पर फिर निशाना साधा और कहा कि “संसद अहंकार की ईंटों से नहीं, बल्कि संवैधानिक मूल्यों से बनती है”। इसके अलावा कांग्रेस सहित 19 दलों ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने की घोषणा की है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विपक्षी पार्टियों की ओर से बहिष्कार के ऐलान के बाद ट्वीट करते हुए लिखा, “राष्ट्रपति से संसद का उद्घाटन न करवाना और न ही उन्हें समारोह में बुलाना, यह देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद का अपमान है। संसद अहंकार की ईंटों से नहीं, संवैधानिक मूल्यों से बनती है।”

वहीं कांग्रेस समेत 19 विपक्षी राजनीतिक दलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह के बहिष्कार का ऐलान किया है। एक साझा बयान में विपक्षी दलों ने कहा, “नए संसद भवन के उद्घाटन के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी को पूरी तरह से दरकिनार करना न केवल महामहिम का अपमान है बल्कि लोकतंत्र पर सीधा हमला भी है। जब लोकतंत्र की आत्मा को ही संसद से निष्कासित कर दिया गया है, तो हमें नई इमारत में कोई मूल्य नहीं दिखता। हम नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने के अपने सामूहिक निर्णय की घोषणा करते हैं।”

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संसद की नई इमारत के उद्घाटन समारोह के बहिष्कार का ऐलान करने वाले राजनीतिक दलों में कांग्रेस के अलावा, एनसीपी, तृणमूल कांग्रेस, डीएमके, आम आदमी पार्टी, शिवसेना (उद्धव ठाकरे), समाजवादी पार्टी, सीपीआई, सीपीएम, मुस्लिम लीग, जेएमएम, केरल कांग्रेस (एम), वीसीके, आरजेडी, आरएलडी, आरएसपी, नेशनल कांफ्रेंस, जेडीयू और एमडीएमके शामिल हैं।

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