कोरोना संक्रमित भी दे सकेंगे UPTET, पेपर लीक हुआ तो DM व BSA होंगे जिम्‍मेदार, सीएम ने जारी किए ये निर्देश

कोरोना संक्रमित
फाइल फोटो।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) 2021 की तैयारी में जुटे उम्मीदवारों के लिए गुरुवार को एक बड़ी खबर सामने आयी है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जहां कुछ अभ्‍यर्थी परीक्षा को टालने की मांग सोशल मीडिया पर करने लगें हैं, वहीं दूसरी ओर आज सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने शिक्षक बनने की राह में कोरोना को भी नहीं आड़े आने देने संबंधी जरूरी निर्देश दिया है। ऐसे में अगर परीक्षा से पहले जो भी अभ्‍यर्थी कोरोना संक्रमित हो जाएंगें उन्‍हें भी टेट में बैठने देने के लिए सीएम ने प्रबंध करने का आज अधिकारियों को निर्देश दिया है।

सीएम ने कहा है कि ऐसे परीक्षार्थी उम्मीदवार जो कि कोविड-19 पॉजिटिव होते हैं और परीक्षा देना चाहते हैं, तो उन्हें भी परीक्षा में सम्मिलित होने का अवसर दिया जाएगा। योगी ने कहा है कि शिक्षक पात्रता परीक्षा के व्यवस्थित आयोजन के लिए सभी तैयारियों की परख कर ली जाए। यदि कोई कोविड पॉजिटिव अभ्यर्थी परीक्षा देने का इच्छुक है तो उसके लिए पृथक कक्ष की व्यवस्था कर  दी जाए।” इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने एग्जाम अथॉरिटी को निर्देश दिए कि हर परीक्षा केंद्र पर एक कोविड केयर सेंटर स्थापित किए जाएं।

यह भी पढ़ें- UPTET एग्जाम शेड्यूल जारी, जनवरी की इस तारीख को होगी परीक्षा, फरवरी में आएगा परिणाम

वहीं पिछली बार पेपर लीक होने के चलते परीक्षा कैंसिल होने की बात को ध्‍यान में रखते हुए भी आज सीएम योगी ने सख्‍त चेतावनी जारी की है। योगी आदित्‍यनाथ ने वरिष्‍ठ अ‍फसरों को निर्देश देते हुए कहा है कि शिक्षक पात्रता परीक्षा की शुचिता के दृष्टिगत सुरक्षा संबंधी सभी आवश्यक बंदोबस्त किए जाएं। पर्चा लीक जैसी घटना कतई स्वीकार्य नहीं होगी। किसी अव्यवस्था या अप्रिय घटना के लिए संबंधित जिले का डीएम व बीएसए के अलावा परीक्षा केंद्र प्रभारी समेत सभी की जिम्मेदारी तय होगी।

यह भी पढ़ें- जारी हुआ यूपीटेट का एडमिड कार्ड, यहां क्लिक कर सीधे करें डाउनलोड

वहीं इससे पहले कोरोना की तीसरी लहर के बीच 21 लाख अभ्यर्थियों वाली परीक्षा के नकल विहीन, पारदर्शिता और कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए आयोजन के लिए निर्देश तीन दिन पहले ही 17 जनवरी 2022 को दिए गए थे।

उल्‍लेखनीय है कि यूपीटीईटी 2021 के आयोजन को कुछ केंद्रों पर पेपर लीक के मामलों के चलते स्थगित कर दिया गया था। इसके बाद परीक्षा के लिए संशोधित कार्यक्रम की घोषणा की गयी, जिसके मुताबिक परीक्षा का आयोजन 23 जनवरी को होना है।