आरयू वेब टीम। पश्चिम बंगाल में भाजपा-टीएमसी के बीच तनाव और हिंसा के बीच ससंपन्न हुए लोकसभा चुनाव के बाद ममता के गढ़ में एक बार फिर से सेंधमारी हुई है। मंगलवार को टीएमसी के तीन विधायक और 50 से ज्यादा पार्षद भाजपा में शामिल हो गए। इनमें दो विधायक टीएमसी और एक विधायक सीपीएम-एमएल के हैं।
टीएमसी के दो विधायक शुभ्रांशु रॉय और तुषारशक्ति भट्टाचार्जी और सीपीएम-एमएल विधायक देवेंद्र रॉय हैं। शुभ्रांशु भाजपा नेता मुकुल रॉय के बेटे हैं। शुभ्रांशु को कुछ दिनों पहले टीएमसी से निलंबित किया गया था। मुकुल रॉय भी टीएमसी छोड़कर भाजपा में आए थे। भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और मुकुल रॉय की मौजूदगी में इन लोगों ने भाजपा का दामन थामा।
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इन पार्षदों में 16 टीएमसी के हैं। विजयवर्गीय ने कहा, ‘तीन विधायक और 50-60 पार्षदों ने आज भाजपा जॉइन की। ऐसी जॉइनिंग भविष्य में जारी रहेगी।
इस बार के लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में बीजेपी ने बड़ी जीत हासिल की है और 2014 में मात्र दो सीटों पर सिमटी बीजेपी इस बार 18 सीटें जीत कर आई है। इस जीत में मुकुल रॉय का बड़ा रोल है। रॉय पूर्व में टीएमसी के कद्दावर नेता रहे हैं जो बाद में बीजेपी में शामिल हो गए। रॉय के अलावा बंगाल बीजेपी के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय का बड़ा रोल है। इनकी रणनीतियों ने बीजेपी को बड़ी कामयाबी दिलाने में बड़ा योगदान दिया है।