मोदी के संसदीय क्षेत्र में बड़ा हादसा, निर्माणाधीन फ्लाईओवर की बीम गिरने से 18 की मौत, 30 घायल

वाराणसी फ्लाईओवर हादसा
फ्लाईओवर के हिस्‍से के नीचे दबी गाडि़यां व लोग।

आरयू ब्‍यूरो, 

वाराणसी/लखनऊ। मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मंगलवार की शाम दिल दहलाने वाला एक हादसा हुआ है। शहर के व्‍यस्‍तम इलाकों में शुमार कैंट रेलवे स्‍टेशन के समीप निर्माणाधीन फ्लाईओवर की दो बीम गिरने के चलते डेढ़ दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 30 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।

हादसे की भयावहता और घायलों की हालत को देखते हुए मरने वालों की संख्‍या में और इजाफा हो सकता है। हादसा उस समय हुआ जब सड़क पर काफी भीड़ थी।वाराणसी फ्लाईओवर हादसा

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सेतु निगम द्वारा बनवाए जा रहे फ्लाईओवर के हिस्‍से की चपेट में आकर एक दर्जन से ज्‍यादा चार पहिया व दो पहिया वाहन बुरी तरह से पिस गए। जबकि रोडवेज की एक बस भी बीम की चपेट में आयी है। मौके पर चीख-पुकार मच गयी।

हादसे को लेकर वाराणसी से सूबे और देश की राजधानी में हड़कंप मच गया। मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने हादसे की गंभीरता को देखते हुए डिप्‍टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के अलावा दूसरे मंत्रियों व अधिकारियों को वाराणसी के लिए रवाना किया। दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस हादसे पर नजर रखे हैं। देर रात मुख्‍यमंत्री ने खुद भी वाराणसी पहुंचकर हादसे के बारे में पूरी जानकारी लेने के साथ ही घायलों से मुलाकात की।

जनता ने की नारेबाजी

हादसे के बाद स्‍थानीय लोगों और राहगीरों ने राहत व बचाव कार्य में देरी होने पर पुलिस प्रशासन व योगी सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। लोगों का कहना था कि फ्लाईओवर के हिस्‍से के नीचे सैकड़ों लोग दबे हैं, उसके बाद भी लापरवाही की जा रही है।

वाराणसी फ्लाईओवर हादसा

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पुलिस व प्रशासन की टीम के अलावा सेना और एनडीआरएफ के जवान घायलों को निकालकर इलाज के लिए बीएचयू और मंडलीय अस्‍पताल कबीरचौरा में भेजा। हालांकि सभी को बाहर निकालने में सबसे बड़ी समस्‍या बेहद भारी-भरकम फ्लाईओवर के हिस्‍से को ऊपर उठाना थ। नौ क्रेनों की सहायता से बीम को कुछ ऊपर उठाने के बाद घायलों और लाशों को बाहर निकाला गया।

चार इंजीनियर निलंबित, मुआवजे का ऐलान

हादसे के बाद फ्लाईओवर निर्माण का काम देख चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर एचसी तिवारी, प्रोजेक्ट मैनेजर केआर सूदन, सहायक अभियंता राजेश सिंह और अवर अभियंता लालचंद को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही मुख्‍यमंत्री हादसे में जाने गंवाने वालों के परिवार को पांच-पांच लाख और घायलों को दो-दो लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया है।

सीएम ने जांच के लिए गठित की कमेटी, 48 घंटे में देगी रिपोर्ट

हादसे के बाद सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने इसकी जांच के लिए तीन सदस्‍यों वाली कमेटी भी गठित कर दी है। जो जांच के बाद 48 घंटे में सीएम को अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। कमेटी की अध्‍यक्षता कृषि उत्‍पादन आयुक्‍त राजप्रताप सिंह को सौंपी गयी है। जबकि उनके सहयोग के लिए कमेटी में सिंचाई विभाग के चीफ इंजीनियर भूपेंद्र शर्मा व जल निगम के प्रबंध निदेशक राजेश मित्‍तल शामिल हैं।

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