आरयू इंटरनेश्नल डेस्क।
आज भारत ने एक बार फिर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी जीत हासिल की है। चीन में शुरु हुए ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) सम्मेलन में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के विरोध के बाद भी ब्रिक्स समिट में आतंकवाद का मुद्दा शमिल कराने में सफल हो गए हैं। भारत की इस जीत से पाकिस्तान को भी झटका लगा है। साथ ही हो रहे नौवें सम्मेलन में पाक के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा , हक्कानी नेटवर्क समेत दूसरे आतंकी संगठनों की गतिविधियों पर कड़ी प्रतिक्रिया भी व्यक्त की गई है।
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ब्रिक्स के घोषणा पत्र में सीधे तौर पर कहा गया है कि हम ब्रिक्स देशों समेत पूरी दुनिया में हुए आतंकी हमलों की निंदा करते हैं। हम हर प्रकार के आतंकवाद की निंदा करते हैं, चाहे वो कहीं भी घटित हुआ हो। इनके पक्ष में कोई तर्क नहीं दिया जा सकता। हम इस क्षेत्र में तालिबान, आईएस, लश्कर-ए-तैयबा, जैश ए मोहम्मद, तहरीक-ए-तालिबान, हिज्ब-उत-ताहिरअल-कायदा द्वारा की जा रही हिंसा की निंदा करते हैं और इस क्षेत्र की सुरक्षा स्थिति को लेकर चिंतित है।’
सम्मेलन में पीएम मोदी ने सुरक्षा का मुद्दा उठाते हुए कहा कि एकजुट रहने पर ही शांति और विकास संभव होगा। पीएम मोदी ने आतंकवाद को मुख्य मुद्दा बताया। उन्होंने कहा, ‘ब्रिक्स के पांचों देश समान स्तर के हैं और शांति के लिए सभी देशों को आपसी सहयोग बढ़ाने की जरूरत है। हमारा मिशन गरीबी को हटाना, स्वास्थ्य, सफाई, कौशल, खाद्य सुरक्षा, लैंगिक समानता, शिक्षा सुनिश्चित करना है। हमने कालेधन के खिलाफ लड़ाई छेड़ी।
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वहीं चीनी राष्ट्रपति जिनफिंग ने सम्मेलन में कहा कि हमारी सहभागिता के बिना बहुत सी वैश्विक चुनौतियों का हल सफलतापूर्वक नहीं संभव है। उन्होंने कहा कि जब विश्व में इतने बदलाव हो रहे हैं तो ब्रिक्स का सहयोग इस वक्त और महत्वपूर्ण बन गया है। चिनफिंग ने कहा कि हमारे राष्ट्रीय मतभेदों के बावजूद ब्रिक्स के सभी 5 देश विकास के एक ही स्तर पर हैं।
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विदेश मंत्रालय की सचिव प्रीती सरन ने मीडिया को बताया कि आतंकवाद को लेकर इस बार केवल पीएम मोदी ने ही नहीं बल्कि सभी ब्रिक्स देशों ने जोर दिया। उन्होंने बताया कि पहली बार ऐसा हुआ है कि आतंकी संगठनों के नामों का विशेष तौर पर जिक्र किया गया है। प्रीती सरन ने बताया, ‘सिक्यॉरिटी काउंसिल और आईएमएफ के रिफॉर्म पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोर दिया। पीएम मोदी ने ब्रिक्स लीडरशीप को महत्वपूर्ण बताया।
रूस और भारत के पर्यटन पर भी हुई बात
वहीं कार्यक्रम के दौरान ही नरेंद्र मोदी रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने द्विपक्षीय मुलाकात कर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। वार्ता के दौरान रूस और भारत के बीच पर्यटन के बढ़ावे को लेकर बात हुई।
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