बजट को लेकर मायावती ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना, जनता को हसीन सपने दिखा रही BJP

मायावती
मायावती। (फाइल फोटो)

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। यूपी की पूर्व मुख्‍यमंत्री व बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने शुक्रवार को संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण को सरकारी लेखा-जोखा करार दिया है। साथ ही भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जनहित को लेकर जो बातें कही गई हैं, वो हवा-हवाई और जमीनी हकीकत से बहुत कम हैं। भाजपा सरकार लोगों को हसीन सपने दिखा रही है।

मायावती ने आज सोशल मीडिया के माध्‍यम से ट्वीट कर कहा, जैसा कि यह विदित है कि राष्ट्रपति का अभिभाषण सरकारी लेखा-जोखा होता है और आज संयुक्‍त संसद के समक्ष इनके अभिभाषण में देश व जनहित को लेकर जो भी बातें कही गयी हैं वे हवा-हवाई ज्यादा हैं तथा जमीनी हकीकत में बहुत कम हैं। यह किसी से छिपा नहीं है।

एक अन्‍य ट्वीट में बसपा सुप्रीमो ने कहा कि इसके साथ ही, आज केंद्र सरकार द्वारा पेश की गई आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट, देश की जनता को काफी कुछ निराश करने वाली है।

वहीं अपने तीसरे ट्वीट में मायावती ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र की गलत नीतियों व कार्यकलापों के कारण बढ़ती गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी आदि से लोगों की प्रति व्यक्ति/परिवार आय लगातार तंग होती जा रही है, फिर भी बीजेपी सरकार लोगों को हसीन सपने दिखा रही है। आज संसद में पेश आर्थिक सर्वे इसका ताजा प्रमाण है।

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बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए आर्थिक सर्वेक्षण को लोकसभा में पेश कर दिया है। आर्थिक सर्वे में अनुमान लगाया गया है कि अगले वित्त वर्ष में विकास दर छह से 6.5 फीसदी के बीच रह सकती है। समीक्षा में कहा गया कि वित्तीय मोर्चे पर अगले साल भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोकसभा के बाद ही इसको राज्यसभा में पेश किया गया। 2025 तक अच्छी तनख्वाह वाली चार करोड़ और 2030 तक आठ करोड़ नौकरियां दी जा सकती हैं। इससे पांच ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी के लक्ष्य तक तेजी से बढ़ना भी संभव होगा।

वहीं आज राष्ट्रपति कोविंद ने अपने अभिभाषण में कहा कि मेरी सरकार भारत की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए सभी स्टेकहोल्डर्स से बातचीत करके अर्थव्यवस्था में हर स्तर पर काम किया जा रहा है। दुनियाभर से आने वाली चुनौतियों के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था की नींव मजबूत है। हमारा विदेशी मुद्रा भंडार 450 बिलियन डॉलर से भी ऊपर के ऐतिहासिक स्तर पर है।

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