पहली हिंदू अदालत की जज का विवादित बयान, गोडसे से पहले होती पैदा तो मैं ही गांधी को देती मार

हिंदू अदालत

आरयू संवाददाता, 

मेरठ। शरई अदालत की तर्ज पर यूपी के मेरठ में गठित पहली हिंदू अदालत की प्रथम जज डॉ. पूजा शकुन पाण्डेय ने विवादित बयान दिया है। उन्‍होंने कहा कि मैं गर्व से कहती हूं कि अगर नाथू राम गोडसे से पहले मैं पैदा होती तो मैं ही गांधी को मार देती। साथ ही यह भी कहा कि आज भी कोई गांधी पैदा हुआ तो मैं उसकी हत्‍या कर दूंगी।

साथ ही कहा उन्हें गर्व है कि वो और उनका संगठन अखिल भारत हिंदू महासभा नाथू राम गोडसे को पूजता है। मीडिया से बात करते हुए पूजा शकुन ने कहा कि जब शरई अदालत हो सकती है तो हिंदू न्यायपीठ भी हो सकती है। इसे किसी की मान्यता की जरूरत नहीं है। इस कोर्ट में हिंदुओं के आपसी झगड़े व विवाद का निपटारा होगा। पहली जज के तौर पर डॉ. पूजा ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो नाथूराम गोडसे की तरह वह भी मृत्युदंड देंगी।

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हिंदू न्यायपीठ की पहली न्यायाधीश पूजा का कहना है कि उन्होंने हिंदुओं की राजनीति की है। इस न्यायपीठ में उनको भी इंसाफ दिया जाएगा, जिनके पास पैसे नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही उत्तर प्रदेश के हर जिले में एक न्यायपीठ होगी। फिलहाल अलीगढ़, मेरठ, हाथरस, इलाहाबाद में चार न्यायपीठ तैयार हैं।

बता दें कि हिंदू महासभा का कहना है कि वो 15 अगस्त को काले दिवस के रूप में मनाती है, क्योंकि बहुत सारे लोग बंटवारे के दौरान मारे गए। लिहाजा 15 अगस्त को खुशियां कैसे मनाई जा सकती है, जिनको मारा गया वो लोग आतंकवादी नहीं थे।

नाथूराम गोडसे को आदर्श मानती है हिंदू महासभा 

हिंदू महासभा नाथूराम गोडसे को अपना आदर्श मानता है और हिंदू धर्म की रक्षा के लिए उनके पदचिन्हों पर चलने की बात करता है। हिंदू महासभा को इस बात का भी गर्व है कि वे नाथूराम गोडसे की पूजा करते हैं, जिन्होंने 30 जनवरी 1948 को महात्‍मा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी थी।

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हिंदू महासभा का कहना है कि इस देश के अंदर शरई अदालतों की स्थापना की गई, जिसे दारुल कजा नाम दिया गया, जो इस देश के संविधान को चुनोती देते हुए अपने तरीके से फैसला करती थी।

हिंदू महासभा का दावा है कि मेरठ में पहली हिंदू न्यायपीठ की स्थापना की गई है और आने वाले दो अक्टूबर को इस न्यायपालिका का बायलॉज भी पेश किया जाएगा। 15 नवंबर को जिस दिन नाथूराम गोडसे का बलिदान दिवस है, उस दिन देश में 15 और हिंदू न्यायपीठ की स्थापना कर दी जाएगी।

कोर्ट ने 11 सितंबर तक मांगा है जवाब 

यहां बताते चलें कि अखिल भारतीय हिंदू महासभा द्वारा हिंदू कोर्ट गठित करने का मामला हाईकोर्ट पहुंच गया है। मेरठ के अंकित सिंह ने हिंदू कोर्ट गठन पर आपत्ति दर्ज कराते हुए हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की है, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर डीएम को नोटिस जारी कर 11 सितंबर तक जवाब मांगा है।

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