तीन तलाक पर बोले आजम, कुरान के अलावा कोई भी कानून नहीं है मान्य

आजम खान
फाइल फोटो।

आरयू संवाददाता, 

रामपुर। समाजवादी पार्टी के फायर ब्रांड नेता आजम खान का लोकसभा में तीन तलाक बिल पर बहस के बीच आज एक बड़ा बयान आया है। उन्‍होंने कहा कि तीन तलाक बिल से मुसलमानों का कोई लेना-देना नहीं है, जो लोग मुसलमान हैं वे कुरान और हदीस को मानते हैं। वहीं मोदी सरकार पर तंज कसते हुए उन्‍होंने कहा कि सरकार पहले उन महिलाओं को न्याय दिलाए, जिन्हें उनके शौहरों ने स्वीकार नहीं किया।

मीडिया के द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में आजम खान ने कहा कि तलाक का पूरा प्रोसीजर कुरान में दिया हुआ है। ऐसे में हमारे लिए कुरान के उस प्रोसीजर के अलावा कोई भी कानून मान्य नहीं है। उन्‍होंने आगे कहा कि जो लोग इस्लामिक शरह के ऐतबार के तहत तलाक नहीं लेते वो तलाक नहीं माना जाता।

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सपा नेता ने आगे कहा कि तलाक पर कानून बने या न बने अल्लाह के कानून से बड़ा कोई कानून नहीं है। तलाक के मामले में हिंदुस्तान ही नहीं पूरी दुनिया के मुसलमान कुरान के कानून को मानते हैं। वहीं भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए आजम खान ने कहा कि पहले भाजपा सरकार उन महिलाओं को न्याय दिलाना चाहिए, जिन्हें उनके शौहरों ने स्वीकार नहीं किया, जो सड़को पर शौहर का घर ढ़ूंढ़ती फिर रही हैं। उन्हें न्‍याय दिलाए जिन्हें गुजरात और अन्य जगह के दंगों में मार दिया था।

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इस दौरान योगी सरकार के तीन मंत्रियों के निजी सचिवों के स्टिंग ऑपरेशन के सवाल के जवाब में आजम ने कहा, ‘सब जानते हैं कि देश का खजाना किसने लूटा। स्टिंग का कोई फायदा नहीं है, जिस दिन देश के सर्वोच्‍च न्‍यायालय के चार जजों ने प्रेस कॉफ्रेंस कर इंसाफ मांगा था, उसी दिन पूरे देश को सड़कों पर आ जाना चाहिए था।

बता दें कि ट्रिपल तलाक पर रोक लगाने के मकसद से लाया गया विधेयक गुरुवार को लोकसभा में पेश किया गया, लेकिन हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही स्थगित हो गई। इससे पहले तीन तलाक को अपराध घोषित करने वाला यह विधेयक बीते 17 दिसंबर को लोकसभा में पेश किया गया था।

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