UP विधानसभा शीतकालीन सत्र: सदन की कार्यवाही से पहले विधानसभा में धरने पर बैठे सपा विधायक, भाजपा सरकार पर लगाएं गंभीर आरोप

शीतकालीन सत्र
विधानसभा में हाथ में तख्ती लिए धरने पर बैठे सपाई।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही शुरू होने से पहले मंगलवार को सुबह समाजवादी पार्टी के विधायक विधान भवन परिसर में धरने पर बैठ गए हैं। सपा के दोनों सदनों के सदस्यों ने इस दौरान नागरिकता संशोधन कानून, बेरोजगारी, महंगाई, महिलाओं पर अत्याचार और गन्ना, धान व आलू किसानों की समस्याओं को लेकर योगी व मोदी सरकार पर निशाना साधा।

सपा के सभी एमएलए और एमएलसी चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास धरने पर बैठ गए हैं। सपा सदस्यों ने हाथों में तख्ती ले रखी थी। सभी संविधान बचाओ देश बचाओ के नारे भी लगाए। विधायकों नागरिकता संशोझन कानून को वापस लेने की मांग की। सपा का कहना है कि इस कानून को लेकर पूरे देश में आक्रोश है।

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सपा विधायकों का कहना है कि विरोध में उतरे विश्‍वविद्यालयों के छात्र-छात्राओं पर सरकार पुलिस से बर्बरता करवा रही है। विधायकों का कहना है कि भाजपा सरकार नफरत की राजनीति करके समाज को बांटना चाह रही है। यह हम नहीं होने देंगे। गौरतलब है कि यह सत्र 17 से 20 दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। यह मौजूदा वित्तीय वर्ष का दूसरा अनुपूरक बजट होगा।

शर्ट उतार कर भी किया विरोध-

जहां विधानसभा के अंदर विधायकों ने तख्‍ती लेकर और हथकडि़यां लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। वहीं विधानसभा के बाहर समाजवादी पार्टी के विधायक ने कार्यकर्ताओं ने कमीज उतार कर विरोध-प्रदर्शन किया। इस दौरान सपा नेताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सपा विधायक एनुअल हसन के साथ कई कार्यकर्ताओं ने यूपी विधानसभा के बाहर शर्ट उतार कर अपना विरोध जताया।

इस दौरान एनुअल हसन ने कहा कि अलीगढ़ और जामिया विश्वविद्यालय के छात्र शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे। इसके बावजूद भी पुलिस ने उनके ऊपर लाठियां बरसाईं, जिससे कई छात्र घायल हो गए। उन्होंने कहा कि देश में लोकतंत्र नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। उनका कहना है कि नागरिकता संसोधन कानून देश को बांटने वाला है। इस कानून के तहत एक खास समुदाय को टारगेट किया गया है। प्रदेश में कानून-व्यवस्था की हालत खराब है और महिलाएं भी सुरक्षित नहीं हैं।

बतातें चलें कि सोमवार को पार्टी मुख्यालय में विधायक दल की बैठक में अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विभन्न मुद्दों को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश ने कहा कि भाजपा की नीतियों से आमजन का मोह भंग हो चुका है। त्रस्त जनता अब विरोध में सड़कों पर भी उतरने लगी है। वहीं दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय, लखनऊ के नदवा कालेज और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में छात्रों के साथ ज्यादती की निंदा की।

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यूपी के पूर्व मुख्‍यमंत्री ने छात्रों के अपमान तथा उत्पीड़न को लोकतंत्र की हत्या बताया है। साथ ही कहा कि शिक्षण संस्थानों के परिसर में पुलिस का बलपूर्वक प्रवेश निंदनीय है। नदवा कालेज में शांति पूर्ण प्रदर्शन करते छात्रों पर बर्बरता सरकार के इशारों पर उठाया कदम है। उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ छात्रों ने एकजुटता दिखाई है। उन्‍होंने कहा कि छात्रों की आवाज से सरकार डर रही है और बलपूर्वक कुचल देना चाहती है। सपा प्रमुख ने जनता के बीच जाकर भाजपा सरकार की विध्वंसकारी नीतियों को उजागर करने की सलाह दी।

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