संसद में बोले प्रधानमंत्री मोदी, विपक्ष का अविश्‍वास प्रस्ताव हमारे लिए शुभ, 2024 में रिकॉर्ड बहुमत से आएंगे वापस

आरयू वेब टीम। लोकसभा में केंद्र की सरकार के खिलाफ विपक्ष की ओर से लाए गए अविश्‍वास प्रस्ताव पर संसद में चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी मोदी ने जमकर हमला बोला है। पीएम मोदी ने कहा कि, ‘विपक्षी दलों का यह अविश्‍वास  प्रस्ताव भारतीय जनता पार्टी व राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के लिए शुभ होता है। इस प्रस्ताव के जरिए तय हो गया है कि जनता 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा और राजग को पहले के सारे रिकॉर्ड तोड़कर बहुमत देगी।

साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि विधेयकों पर चर्चा में शामिल नहीं होकर विपक्ष ने देश की जनता के साथ विश्‍वासघात किया है।’ मोदी ने विपक्ष के पिछले अविश्‍वास प्रस्ताव का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘2018 में मैंने कहा था कि यह अविश्‍वास प्रस्ताव हमारी सरकार का शक्ति परीक्षण नहीं है, बल्कि उन्हीं (विपक्ष) का परीक्षण है। मतदान हुआ तो विपक्ष के पास जितने वोट थे, उतने वोट भी वो जमा नहीं कर पाए थे।” जब हम 2019 में जनता के पास गए, तो जनता ने भी इनके लिए पूरी ताकत के साथ अविश्‍वास घोषित कर दिया। राजग को भी ज्यादा सीटें मिलीं और भाजपा को भी ज्यादा सीटें मिलीं।”

पीएम ने संसद के मौजूदा मानसून सत्र में हुए विधायी कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि संसद में आदिवासियों, गरीबों, युवाओं के भविष्य से जुड़े इतने महत्वपूर्ण विधेयक पिछले दिनों पारित हुए, लेकिन विपक्ष की रुचि केवल राजनीति में है और उन्होंने इन पर चर्चा में शामिल नहीं होकर जनता से अविश्‍वासघात किया है।

कुछ लोगों को भारत मां की मृत्यु की कामना…

मोदी ने कहा कि यहां सदन में मां भारती के बारे में जो कहा गया है, उसने हर भारतीय की भावना को गहरी ठेस पहुंचाई है। मुझे नहीं पता कि क्या हो गया है। सत्ता के बिना ऐसा हाल किसी का हो जाता है। सत्ता सुख के बिना जी नहीं सकते? क्या भाषा बोल रहे हैं? पता नहीं क्यों कुछ लोगों को भारत की मां की मृत्यु की कामना करते देखा गया, इससे बड़ा दुख क्या होगा। ये लोग कभी लोकतंत्र की, कभी संविधान की हत्या की बात करते हैं। दरअसल, जो इनके मन में है, वही उनके कृतित्व में सामने आ जाता है। मैं हैरान हूं। ये बोलने वाले कौन लोग हैं, देश भूल गया है।

इन्होंने मां भारती की भुजाएं काट दीं

मोदी देश आजादी के समय की बात को लेकर कहा कि क्या विभाजन की पीड़ा हम भूल गए? उन चीखों को लेकर आज भी वह हमारे सामने आता है। वह लोग जिन्होंने मां भारती के तीन-तीन टुकड़े कर दिए, वह भी तब जब मां भारत की बेड़ियों को काटना था, तब इन्होंने मां भारती की भुजाएं काट दीं। ये लोग किस मुंह से ऐसा बोलने की हिम्मत करते हैं? ये वो लोग हैं, जिस वंदे मातरम गीत ने देश के लिए मर-मिटने की प्रेरणा दी थी। हिंदुस्तान के हर कोने में वंदे मातरम चेतना का स्वर बन गया था, इन्होंने वंदे मातरम गीत के भी टुकड़े कर दिए। ये वो लोग हैं, जो भारत तेरे टुकड़े होंगे गैंग को बढ़ावा देते हैं।

पहले ये टापू किसने किसी देश को दे दिया

विपक्ष पर हमला जारी रखते हुए प्रधानमंत्री ने कहा ये द्रमुक वाले मुझे चिट्ठी लिखते हैं कि मोदी जी उसे वापस ले आइए। तमिलनाडु से आगे और श्रीलंका से पहले यह टापू किसने किसी देश को दे दिया था? तब यह टापू मां भारती का अंग नहीं था? कौन था उस समय? श्रीमती इंदिरा गांधी के नेतृत्व में यह हुआ था। कांग्रेस का इतिहास मां भारती को छिन्न-भिन्न करने का रहा है। कांग्रेस का प्रेम क्या रहा है? एक सच्चाई बड़े दुख के साथ इस सदन के सामने रखना चाहता हूं। यह पीड़ा वह नहीं समझ पाएंगे, मैं चप्पे-चप्पे पर घुमा हुआ व्यक्ति हूं। मेरा इमोशनल अटैचमेंट है वहां के प्रति। मैं तीन प्रसंग आपके सामने रखना चाहता हूं।

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