आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर योगी सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। बीती रात इलाहाबाद में एक ही परिवार के चार सदस्यों की हत्याओं पर सपा अध्यक्ष ने कहा है कि योगी सरकार के आने के बाद यूपी में अपराधों की बाढ़ आ गयी है। यूपी में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं बची है।
अखिलेश ने हमला बोलते हुए कहा कि हत्या, लूट व अपहरण की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रहीं हैं। सबसे ज्यादा चिंता की बात है कि महिलाओं और बच्चियों को रोज अपमानजनक स्थितियों से गुजरना पड़ रहा है। बलात्कार की घटनाओं से यूपी की अब विदेशों तक में बदनामी हो रही है।
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अपनी पिछली सरकार की बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने मीडिया से कहा कि सपा सरकार में कानून का शासन स्थापित था। इससे अपराधों पर अंकुश लगा था। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय स्तर की व्यवस्था यूपी डायल 100 शुरू की थी, जिससे 10-15 मिनट के अंदर ही घटनास्थल पर पुलिस पहुंच जाती। एफआइआर लिखाने के लिए थाने भी किसी को जाना नहीं पड़ता था। महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा के लिए भी सरकार ने खास ख्याल करते हुए 1090 वूमेन पावर लाइन शुरू की थी।
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वहीं योगी सरकार के अपराधों के आंकड़ों की बात करते हुए अखिलेश ने कहा कि बीते एक जनवरी से 31 अगस्त 2018 तक के 8 महीनों में मेरठ क्षेत्र में ही 498 हत्याएं हो गई। अगस्त तक 414 बलात्कार की घटनाएं घटी। कुल 39,000 अपराधिक मामले दर्ज हुए हैं।
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अखिलेश इतने पर नहीं रुके उन्होंने दावा करते हुए आगे कहा कि सच तो यह है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा के 17 महीनों के शासनकाल में समाज का कोई भी वर्ग सुरक्षित नहीं है। जनता दहशत में है। भाजपा ने ‘बेटी बचाओ, बेटी बढ़ाओं‘ का नारा तो दिया पर हकीकत में बेटियां अब स्कूल-कालेज जाने से डरती हैं, क्योंकि शोहदों ने उनकी जिंदगी तबाह कर दी है। कई किशोरियों ने इसी से परेशान होकर अपनी जान तक दे दी है।