भाजपा ने चुनाव आयोग से की मायावती पर कार्रवाई की मांग, कहा बसपा सुप्रीमो आगे भी भाषण से फैला सकती हैं धार्मिक उन्‍माद

मुस्लिमों का वोट
मुख्य चुनाव अधिकारी को ज्ञापन सौंपता भाजपा का प्रतिनिधिमंडल।

आरय ब्‍यूरो, लखनऊ। हाल ही में सहरानपुर में गठबंधन की रैली को संबोधित करते हुए मुस्लिमों का वोट मांगने वाले मायावती के बयान पर मंगलवार को भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताते हुए चुनाव आयोग से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।

आज बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं प्रदेश चुनाव प्रबंधन प्रभारी जेपीएस राठौर और प्रदेश महामंत्री विद्यासागर सोनकर के नेतृत्व में मुख्य चुनाव अधिकारी से मिले प्रतिनिधि मण्डल ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय द्वारा हस्ताक्षरित ज्ञापन के माध्यम से चुनाव आयोग से मायावती के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करने और उनके भाषणों पर पूरी तरह से रोक लगाने की मांग की है।

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ज्ञापन सौंपने के बाद पत्रकारों से वार्ता करते हुए विद्यासागर सोनकर ने कहा कि पार्टी ने मायावती के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है, क्‍योंकि मायावती द्वारा आगे भी इसी प्रकार की भाषणबाजी कर चुनाव का महौल खराब करने, धार्मिक उन्माद फैलाने व मतदाताओं का ध्रुवीकरण कराने की पूरी संभावना है।

जाति, धर्म और विद्वेश की राजनीति कर हथियाना चाहते है सत्ता

वहीं प्रदेश उपाध्यक्ष जेपी एस राठौर ने कहा कि सपा-बसपा-रालोद का गठबंधन यूपी में अवसरवादी दलों का गठबंधन है जो जाति, धर्म और विद्वेश की राजनीति कर सत्ता हथियाना चाहते है। बसपा नेता जमीनी सच्चाई जानने के बाद हताश होकर ऐसे बयान दे रही है। उन्होंने कहा दलितों, शोषितो, वंचितों, गरीबों को वोट बैंक बनाकर हमेशा सत्ता में आने वाले ऐसे दलों का सच जनता जान गई है। उन्होंने कहा देश में एक बार फिर मोदी सरकार के संकल्प के साथ आमजन भाजपा के पक्ष में मतदान करेंगा।

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वहीं आरोप लगाते हुए प्रदेश महामंत्री ने कहा कि दलितों के नाम पर सियासत करने वाली मायावती अब दौलत की राजनीत कर रही हैं। बसपा प्रमुख को दलित हितों से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने दावा किया एक बार फिर से जाति, धर्म और तुष्टीकरण के सहारे जीत का सपना देखने वाली मायावती के हाथ हार ही लगेगी।

चुनाव आयोग से मिलने वाले प्रतिनिधि मंडल में अखिलेश अवस्थी, प्रशांत सिंह अटल, नितिन माथुर, प्रखर मिश्रा, आशीष शास्त्री भी शामिल थे।