आरयू वेब टीम।
प्रधानमंत्री नरेंद्र का जादू एक बार फिर देश में देखने को मिला। भाजपा ने दिल्ली नगर निगम चुनावों में भाजपा ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 270 वार्डों में से 184 सीटों पर विजय हासिल कर फिर अपनी बादशाहत साबित कर दी।
दूसरी ओर दिल्ली में केजीवाल की मौजूदगी के बाद भी आम आदमी पार्टी को मात्र 45 सीटों से संतोष करना पड़ा इसके अलावा देश पर लंबे समय तक राज करने वाली पार्टी का हाल आप से भी बुरा हुआ वह केवल 30 सीटों पर ही सिमट कर रह गयी। इसके अलावा 11 सीटें अन्य के खाते में गयी हैं।
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आज के चुनाव परिणाम आ जाने के बाद भाजपा ने देश की राजधानी में लगातार तीसरी बार जीत हासिल कर हैट्रिक लगायी है। बता दें कि हाल ही में राजौरी गार्डन विधानसभा सीट पर हुए उप चुनाव में भी भाजपा-अकाली दल को भारी विजय हासिल हुई थी। इसके अलावा कुछ दिनों पहले देश के पांच राज्यों में आए विधानसभा चुनावी नतीजों में भी भारतीय जनता पार्टी को जबरदस्त जीत हासिल हुई थी।
एमसीडी चुनाव के परिणामस्वरूप भाजपा ने दक्षिणी दिल्ली में 104 में से 71 सीटों पर जीत हासिल की जबकि आप 15 सीटें जीत पायी। कांग्रेस 12 सीटों पर विजयी रही और अन्य के हिस्से में 6 सीटें आईं।
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उत्तरी दिल्ली की कुल 103 सीटों में से भाजपा 65 सीटों पर विजयी रही, जबकि आप 20 सीटों पर और कांग्रेस 15 सीटों पर विजयी हुई। तीन सीटों पर अन्य ने जीत हासिल की।
पूर्वी दिल्ली की कुल 63 सीटों में से भाजपा ने 48 सीटों पर विजय हासिल की। आप को यहां दस सीटों पर और कांग्रेस को तीन सीटों पर विजय मिली। अन्य यहां दो सीटों पर सफल रहे।
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चुनाव नतीजों ने आप को राष्ट्रीय राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान दिलाने के पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल के प्रयासों को खासा पीछे धकेल दिया है। भाजपा को साल 2015 के विधानसभा चुनाव में आप से मिली चौंकाने वाली हार के बाद नगर निगम में एक बार फिर पूर्ण बहुमत की ओर ले जाने वाले परिणाम पार्टी के लिये स्थानीय राजनीति में शानदार वापसी का सबब बनेंगे।
इस बीच, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एमसीडी चुनावों में जीत पर भाजपा को बधाई दी, कहा कि उनकी सरकार नगर निकायों के साथ मिलकर काम करने को लेकर आशान्वित है।
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दूसरी ओर निगम चुनाव परिणाम आप के सियासी भविष्य के लिये संकट बढ़ाने वाले साबित हो सकते है। पंजाब, गोवा और राजौरी गार्डन के बाद निगम में आप की करारी हार को विपक्ष केजरीवाल सरकार के लिये ‘‘जनमत संग्रह’’ की तरह पेश कर रहा है। आप का अब तक का प्रदर्शन दिल्ली की राजनीति पर पार्टी की पकड़ को ढीला करने वाला साबित हो रहा है।
चुनाव परिणाम में तीसरे स्थान की कांग्रेस को निगम चुनाव के जरिये दिल्ली में अपनी खोई जमीन वापस पाने की कोशिशों को करारा झटका लगा है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने निगम चुनाव में कांग्रेस को तीसरे स्थान पर धकेलने वाले परिणाम पूरी तरह से घोषित होने से पहले ही हार की जिम्मेदारी लेते हुये अपने इस्तीफे की पेशकश कर दी थी।