हत्‍या के बाद पुलिसवालों की लाश जला देना चाहता था विकास दुबे, पूछताछ में किए खुलासे

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। दुर्दांत विकास दुबे के इरादे कितने खतरनाक थे अब उसके पकड़े जाने के बाद धीरे-धीरे कर सामने आने लगें हैं। कानपुर में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्‍या करने के बाद विकास उनकी लाशों तक जला देना चाहता था, इसके लिए उसने तैयारी भी कर ली थी।

उज्‍जैन के महाकाल मंदिर में पकड़े गए पांच लाख के ईनामी बदमाश विकास दुबे ने पुलिस सूत्रों के अनुसार पूछताछ में बताया है कि वह बिकरू गांव में घटना को अंजाम देने के बाद घर के बगल में स्थित कुंए के पास पांच पुलिसवालों के शवों को एक साथ रखकर आग लगा देना चाहता था। वह सबूत मिटाने के लिए लाशों को जलाना चाहता था। शवों को रखने के बाद तेल के गैलन लेने के लिए घर के अंदर उसका साथी गया था, लेकिन तभी पुलिस के आने की जानकारी लगने पर वह लोग मौके से भाग निकलें।

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वहीं विकास दुबे ने शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा के बारे में बताया कि देवेंद्र मिश्र से मेरी नहीं बनती थी। कई बार वो मुझसे देख लेने की धमकी दे चुके थे। पहले भी बहस हो चुकी थी। तत्‍कालीन थानाध्‍यक्ष विनय तिवारी ने भी बताया था कि सीओ तुम्हारे खिलाफ है। लिहाजा मुझे सीओ पर गुस्सा था, लेकिन मैंने सीओ की हत्‍या नहीं की थी।

सीओ की निर्मम हत्‍या के बारे में विकास ने पुलिस को बताया है कि घटना वाली रात मेरे साथ के लोगों ने दूसरी तरफ के आहाते से कूदकर मामा के मकान के आंगन में सीओ की हत्‍या कर दी थी।

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विकास ने यह भी कहा कि सीओ के पैर पर भी वार किया गया था, क्योंकि मुझे पता चला था कि वह बोलता था कि विकास का एक पैर गड़बड़ है, दूसरा भी सही कर दूंगा। इसके अलावा सीओ का गला काटने की बात से इंकार करते हुए विकास ने कहा कि गोली काफी पास से सिर मे मारी गयी थी, इसलिये आधा चेहरा भी फट गया था।

पत्‍नी व बेटा भी गिरफ्तार

गुरुवार शाम एसटीएफ ने राजधानी लखनऊ में विकास दुबे की वांटेड चल रही पत्‍नी रिचा दुबे उर्फ सोना व उसके बेटे को पकड़ लिया है। दोनों कृष्णा नगर के नारायण पुरी मोहल्ले में एक खाली प्लॉट के पास से पकड़े गए हैं। साथ ही मौके से भाग रहे विकास के नौकर को भी पुलिस ने दौड़ाकर पकड़ लिया है।

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बताते चलें कि विकास दुबे के पकड़े जाने के बाद एसटीएफ की टीम आज दोपहर चार्टर्ड प्‍लेन से उज्‍जैन पहुंची थी। जहां लिखा-पढ़ी के बाद टीम विकास को लेकर लखनऊ आ रही है।

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